इटली से एक महीने बाद अपने घर पहुंचे 33 छात्र, दिल्ली से चार दिन पहले आंध्र प्रदेश के लिए हुए थे रवाना
इटली में फंसा 33 छात्रों का समुह एक महीने बाद अपने घर आंध्र प्रदेश पहुंचे। ये छात्र चार दिन पहले दिल्ली से अपने घर के लिए रवाना हुए थे।
विजयवाड़ा, आईएएनएस। तेलुगु छात्रों के एक समूह लगभग एक महीने के बाद मंगलवार को अपने घर आंध्रप्रदेश पहुंचे। COVID-19 प्रभावित इटली से बाहर निकाले जाने के बाद आखिरकार वह अपने घर पहुंचे। इस समूह में 33 छात्र शामिल थे चार दिन पहले दिल्ली से घर के लिए रवाना हुए थे।
एक छात्र अपने गृह राज्य छत्तीसगढ़ में रास्ते में ही उतर गया है, जबकि चार उत्तरी आंध्र के रहने वाले थे। बाकी के 28 विजयवाड़ा पहुंचे हैं। अधिकारियों ने उनके विवरणों को नोट किया और उन्हें उनके माता-पिता को सौंप दिया। गुंटूर, प्रकाशम, कुरनूल, कडप्पा और नेल्लोर जिलों से संबंधित छात्र अपने घरों के लिए रवाना हो गए, जबकि कृष्णा जिले के लोगों को मेडिकल चेकअप के लिए विजयवाड़ा के एक सरकारी अस्पताल में ले जाया गया। इस समूह को दिल्ली में रास्ते में कठिनाईयों का सामना करना पड़ा।
उन्होंने कहा कि रनवे पर ही उनकी आव्रजन संबंधी औपचारिकताओं को मंजूरी दे दी गई थी और उन्हें 14 दिनों के क्वारेंटाइन के लिए छावला में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के शिविर में भर्ती किया गया था। हालांकि, उन्होंने लॉकडाउन के कारण शिविर में ज्यादा समय बिताया। छात्रों ने कहा कि उनकी नियमित रूप से जांच की गई और उन सभी ने 15 और 29 मार्च को नकारात्मक परीक्षण किया। इसके बाद, उन्होंने अपने पैसे से और दोस्तों की मदद से एक बस किराए पर ली। एक छात्र ने कहा कि हमें 3 लाख रुपये का भुगतान करना पड़ा क्योंकि हमें आईटीबीपी कैंप में अपने घर वापस जाने के लिए परिवहन की व्यवस्था करने के लिए कहा गया था।
जानकारी के लिए बता दें कि देश में लगातार कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या में इजाफा हो रहा है। फिलहाल, देश में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या 10 हजार तक पहुंच गई है। इसी के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में लॉकडाउन का पीरियड बढ़ा दिया है। इसी के साथ अब देश में लॉकडाउन 3 मई तक रहेगा।