Coronavirus : देश में 75 जिलों में लॉकडाउन, रेल सेवाओं के साथ अंतरराज्यीय बस सेवाएं भी रहेंगी बंद
देश में कोरोना वायरस के संक्रमण पर लगाम लगाने के लिए राज्य सरकारों ने 75 जिलों में पूरा लॉकडाउन करने का फैसला किया है। जानें कहां क्या क्या रहेगा लॉक डाउन...
नई दिल्ली, एजेंसी। देश में कोरोना वायरस के संक्रमण का फैलाव रोकने के लिए केंद्र तथा कई राज्य सरकारों ने 75 जिलों में पूरा लॉकडाउन करने का फैसला किया है। इनमें दस जिले मध्य प्रदेश के हैं। यह लॉकडाउन उन जिलों के लिए है जहां कोरोना के पॉजिटिव मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही देश भर में 31 मार्च तक सभी यात्री ट्रेनों, उपनगरीय रेल सेवाएं तथा अंतरराज्यीय बसों का संचालन भी बंद रहेगा। इस दौरान केवल मालगाड़ियां ही चलेंगी। ये कदम लोगों के गैर-जरूरी आवागमन पर अंकुश लगाने के लिए उठाए गए हैं।
उच्च स्तरीय बैठक में लिए गए फैसले
अधिकारियों ने बताया कि ये फैसले सभी राज्यों के मुख्य सचिवों तथा कैबिनेट सचिव व प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव की एक उच्च स्तरीय बैठक में लिए गए। केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि कोरोना वायरस का प्रसार थामने के लिए गैर-जरूरी आवागमन पर रोक की अर्जेट जरूरत पर सहमति बनी। जिन 75 जिलों में कोरोना के मामले मिले हैं या उसके संक्रमण से मौतें हुई हैं, वहां राज्य सरकारें सिर्फ जरूरी सेवाएं बनाए रखने के लिए आदेश जारी करेंगी।
इन प्रदेशों के जिलों में लॉकडाउन
जिन राज्यों के जिलों में लॉकडाउन की घोषणा की गई है, उनमें मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, पंजाब, कर्नाटक, तमिलनाडु तथा केरल शामिल हैं। राज्य सरकारें स्थिति के मुताबिक और भी जिलों में लॉकडाउन कर सकती हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस की चेन को तोड़ने के लिए लॉकडाउन बहुत जरूरी है। हालांकि कई राज्य सरकारों ने पहले से ही इस संबंध में आदेश जारी कर रखे हैं।
इसलिए बंद की गई ट्रेनें
रेलवे ने शनिवार को ऐसी तीन घटनाओं की रिपोर्ट की है, जिसमें ऐसे लोग भी यात्रा करते पाए गए, जिन्हें क्वारंटाइन में रहने को कहा गया था। इन मामलों में 12 लोगों को संक्रमित पाया गया। इस कारण रेलवे ने एहतियात के तौर पर यात्री ट्रेनों का संचालन बंद करने का फैसला किया है। इसके तहत प्रीमियम ट्रेनें, मेल तथा एक्सप्रेस ट्रेनें, पैसेंजर ट्रेनें, उपनगरीय रेल, कोलकाता मेट्रो रेल, कोंकण रेलवे की सेवाएं 31 मार्च तक बंद रहेंगी। लेकिन देश के विभिन्न हिस्सों में जरूरी चीजों की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए मालगाड़ियां चलती रहेंगी। यात्री कैंसिल हुए टिकटों का रिफंड 21 जून तक करा सकेंगे। चल चुकी ट्रेनें गंतव्य तक पहुंचेंगी लेकिन जो ट्रेनें 22 मार्च को सुबह चार बजे से पहले निकल चुकी हैं, वे अपने गतंव्य तक पहुंचेंगी। इस यात्रा के दौरान यात्रियों के लिए खाने-पीने की भी व्यवस्थाएं की जाएंगी।