नितिन गडकरी का NHAI को आदेश- प्रवासी श्रमिकों के खाने-पीने का बंदोबस्त करें टोल ऑपरेटर्स
नितिन गडकरी ने टोल ऑपरेटरों से कहा कि वे राष्ट्रीय राजमार्गों पर प्रवासी श्रमिकों के खाने-पीने का इंतजाम करें।
नई दिल्ली, पीटीआई। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने शनिवार को भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHIA) के अध्यक्ष और टोल ऑपरेटरों से कहा कि वे राष्ट्रीय राजमार्गों पर प्रवासी श्रमिकों के खाने-पीने समेत अन्य जरूरी सुविधाओं को सुनिश्चित करें। नितिन गडकरी का यह निर्देश ऐसे समय पर आया है जब कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर देश भर में लॉकडाउन है। इसकी वजह से विभिन्न हिस्सों में फंसे हुए प्रवासी श्रमिकों को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री गडकरी ने कहा, 'मैंने एनएचएआई और टोल ऑपरेटरों को सलाह दी है कि वे अपने घर जाने वाले प्रवासी श्रमिकों और नागरिकों के भोजन और पीने के लिए पानी की व्यवस्था करें। संकट के इस समय में हमें साथी नागरिकों के लिए दयावान बनना होगा।' उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा कि टोल ऑपरेटर उनकी निर्देशों का जल्द पालन करेंगे।
I have advised Chairman NHAI&Highway Concessioners/Toll Operators to consider providing food, water or any kind of support to migrant workers/citizens who are trying to reach to their respective native places: Nitin Gadkari, Union Minister of Road Transport & Highways (File pic) pic.twitter.com/ZMPjDOl3Kl — ANI (@ANI) March 28, 2020
बता दें कि इससे पहले, नितिन गडकरी ने एनएचएआई को सभी राष्ट्रीय राजमार्गों को टोल फ्री करने का आदेश दिया था ताकि आवश्यक वस्तुओं और आपूर्ति के परिवहन में आसानी हो। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्गों को टोल फ्री करने से देश भर में आवश्यक सामानों की आपूर्ति में आसानी होगी और कर्फ्यू पास वाले मरीजों और जरूरतमंद लोगों की आवाजाही आसान हो जाएगी।
लोगों से लॉकडाउन का पालन करने का आग्रह करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि टोल फ्री का फैसला उन लोगों के लिए लिया गाया है, जिन्हें जरूरी कोम के लिए बाहर निकलना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि भले ही पूरे देश में लॉकडाउन है, लेकिन कुछ जरूरतमंद लोगों के लिए पास जारी किए जा रहे हैं। टोल फ्री करने से ऐसे लोगों का समय बचेगा।
इसके साथ ही उन्होंने लोगों से घर के अंदर रहने और कोरोना वायरस के प्रसार से लड़ने के लिए स्थानीय अधिकारियों की सलाह का पालन करने का आग्रह किया है। सरकार ने इस हफ्ते की शुरुआत में कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए आपातकालीन सेवाओं को आसान बनाने के लिए राष्ट्रीय राजमार्गों पर अस्थायी रूप से टोल संग्रह को निलंबित कर दिया था।
बता दें कि कोरोना वायरस के प्रसार से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने पूरे देश में 21 दिनों का लॉकडाउन लगा दिया है। लॉकडाउन एक तरह की आपदा व्यवस्था है जो किसी आपदा या महामारी के समय सरकारी तौर पर लागू की जाती है। ऐसी स्थिति में दवा और अनाज जैसी जरूरी चीजों को लेने के लिए बाहर निकलने की अनुमति होती है।