Coronavirus India: कोरोना काल के दौरान विदेशों में फंसे साढ़े छह लाख भारतीय वापस लाए गए
Coronavirus India कोरोना वायरस के कारण विदेश में फंसे 650000 भारतीयों को अब तक देश वापस लाया जा चुका है।
नई दिल्ली, एएनआइ। Coronavirus India, कोरोना वायरस के कारण विदेश में फंसे 6,50,000 भारतीयों को वापस लाया जा चुका है। यह जानकारी नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने दी। ट्विटर पर केंद्रीय मंत्री ने आश्वासन दिया है कि सरकार विदेश में फंसे उन भारतीयों की वापसी के लिए हर संभव प्रयास करने में जुटी है जो वापस आना चाहते हैं। इस प्रयास में वंदे भारत मिशन की भूमिका महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा है कि दुनिया में लगातार स्थिति सुधर रही है और अंतरराष्ट्रीय नागरिक विमानन संचालन में आ रहे हैं। वंदे भारत मिशन का समय-समय पर विस्तार किया गया है। हम हर भारतीय को वापस लाने में जुटे हैं। सभी से समझदारी और धैर्य बरतने का आग्रह है। सभी को लाया जाएगा। विदेशों में फंसे लोगों को वापस लाने के लिए भारत सरकार ने वंदे भारत मिशन चलाया है। सात मई को इसकी शुरुआत हुई थी।
मध्य प्रदेश पहुंचे विदेशों में फंसे भारतीय
यूक्रेन में फंसे 101 भारतीय को एयर इंडिया फ्लाइट्स से इंदौर वापसी हुई है। मंगलवार को वंदे भारत मिशन के तहत इन लोगों की वतन वापसी हुई है। फ्लाइट आज सुबह 5:15 बजे इंदौर के देवी अहिल्या बाई होल्कर एयरपोर्ट पर उतरी। इसके अलावा आज पाकिस्तान से भी पांच भारतीय की वतन वापसी हुई है।
वंदे भारत मिशन (Vande Bharat Mission) के तहत एक विशेष उड़ान के जरिए संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के शारजाह में फंसे कुल 152 भारतीयों की रविवार को वतन वापसी हुई। वहां से आए यात्रियों में कोविड-19 के कोई लक्षण नहीं हैं, लेकिन उन्हें यहां के नियमों के अनुसार, क्वारंटाइन में रहना होगा। यह जानकारी कोविड के लिए इंदौर के नोडल ऑफिसर, अमित मालाकर ने दी। 8 जुलाई तक वंदे भारत मिशन के तहत विभिन्न देशों से कुल 5 लाख 80 हजार भारतीयों को वापस लाया गया है।
विदेश मंत्रालय की ओर से 9 जुलाई (गुरुवार) को यह जानकारी दी गई। इस मिशन की शुरुआत भारत सरकार द्वारा की गई, ताकि नॉवेल कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए जारी लॉकडाउन के कारण दूसरे देशों में फंसे देश के नागरिकों की वतन वापसी हो सके