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Coronavirus in India : ICMR को 8 अप्रैल तक मिल जाएंगी 7 लाख रैपिड एंटी बॉडी टेस्टिंग किट

भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने बताया है कि 8 अप्रैल तक 7 लाख रैपिड एंटी बॉडी टेस्टिंग किट भारत को मिलने जा रही हैं।

By Tilak RajEdited By: Published: Mon, 06 Apr 2020 10:36 AM (IST)Updated: Mon, 06 Apr 2020 12:07 PM (IST)
Coronavirus in India : ICMR को 8 अप्रैल तक मिल जाएंगी 7 लाख रैपिड एंटी बॉडी टेस्टिंग किट
Coronavirus in India : ICMR को 8 अप्रैल तक मिल जाएंगी 7 लाख रैपिड एंटी बॉडी टेस्टिंग किट

नई दिल्‍ली, एएनआइ। कोरोना वायरस जांच किट की कमी को लेकर कई सवाल उठाए जा रहे हैं। विपक्ष इस मुद्दे पर केंद्र सरकार पर लगातार हमला कर रही है। इस बीच भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने बताया है कि 8 अप्रैल तक 7 लाख रैपिड एंटी बॉडी टेस्टिंग किट भारत को मिलने जा रही हैं। इससे उन इलाकों में ज्यादा से ज्यादा टेस्ट करने में मदद मिलेगी, जहां ज्यादा कोरोना वायरस के मामले सामने आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि आइसीएमआर को चरणबद्ध तरीके से किट की डिलीवरी मिलेगी। उम्मीद है कि उन्हें पहले चरण में 5 लाख किट मिलेंगी। इसके लिए ऑर्डर दे दिए गए हैं।

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भारत में निजामुद्दीन के तब्‍लीगी जमात कार्यक्रम में शामिल हुए लोगों की वजह से कोरोना वायरस के मामलों में तेजी से वृद्धि हुई है। पिछले 12 घंटों में ही कोरोना वायरस के 490 मामले सामने आए हैं। इससे भारत में कोरोना वायरस के पॉजिटिव मामलों की संख्‍या 4000 के पार पहुंच गई है। वहीं, मौत का आंकड़ा 109 पहुंच गया है। हालांकि, इस दौरान 292 लोग ठीक भी हो चुके हैं। इनमें से एक गायिका कनिका कपूर भी हैं। कनिका को संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (SGPGIMS) लखनऊ से कोरोना के छठे टेस्ट के नेगेटिव आने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया।

हालांकि, राजस्‍थान में कोरोना वायरस के प्रसार तेज हो रहा है। यहां 8 और लोगों का कोरोना वायरस टेस्ट पॉजिटिव आया है। इनमें झुंझुनू में 5, डूंगरपुर में 2 और कोटा में 1। झुंझुनू से 5 और डूंगरपुर से 1 व्यक्ति दिल्ली में तबलीगी जमात कार्यक्रम में शामिल हुए थे। राजस्थान स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, राज्य में कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या बढ़कर 274 हो गई।

गौरतलब हे कि कोरोना वायरस का कहर इस समय विश्‍व के ज्‍यादातर देशों में देखने को मिल रहा है। इसलिए वैश्विक स्‍तर पर मास्‍क, ग्‍लव्‍स और अन्‍य जीवनरक्षक उपकरणों की कमी महसूस की जा रही है। ऐसे में एक देश दूसरे की मदद भी बड़ी सोच समझ कर रहा है। क्‍योंकि कुछ नहीं कहा जा सकता कि कब किस देश में कोरोना वायरस का बम ब्‍लास्‍ट हो जाए। हालांकि, भारत में अभी तक पर्याप्‍त मात्रा में जीवनरक्षक उपकरण मौजूद हैं। 


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