'अगर तुम सड़क पर आए, तो मैं तुम्हारे घर आ जाऊंगा- कोरोना', बेंगलुरु पुलिस का सराहनीय कदम
कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए भारत में 21 दिनों के लिए लॉकडाउन किया गया है। काफी लोग लॉकडाउन का पालन कर कर रहे हैं लेकिन कई लोग घरों से बाहर निकल रहे हैं।
बेंगलुरु, एएनआइ। कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए भारत में 21 दिनों के लिए लॉकडाउन किया गया है। काफी लोग लॉकडाउन का पालन कर कर रहे हैं, लेकिन कई लोग घरों से बाहर निकल रहे हैं। ऐसे लोगों को घरों में रखने के लिए पुलिस कई उपाय अपना रही है। बेंगलुरु पुलिस ने इस दिशा में एक बेहद सराहनीय काम किया है। यहां पुलिस ने सड़क पर बड़े स्लोगन लिखे हैं, जिन्हें पढ़कर लोग काफी प्रभावित हो रहे हैं। बता दें कि कर्नाटक में अभी तक कोरोना वायरस से संक्रमण के 110 मामले सामने आ चुके हैं।
कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे के मद्देनजर बेंगलुरु पुलिस ने सड़क पर बड़े-बड़े अक्षरों में लिखा है- अगर तुम सड़क पर आए, तो मैं तुम्हारे घर पहुंच जाऊंगा : कोरोना वायरस। इसे नागनहल्ली चेक-पोस्ट पर सड़क पर लिखा गया है। संदेश को क्षेत्रीय भाषा में पुलिस ने लिखा गया है, ताकि स्थानीय लोग आसानी से समझ सकें। इसे पढ़कर कई लोग अपने घरों को लौट रहे हैं।
बता दें कि कर्नाटक में बुधवार को कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या 110 पहुंच गई। बुधवार को नौ नए मामले सामने आए हैं। यहां कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद 3 लोगों की मौत भी हो गई है। हालांकि, 9 लोग पूरी तरह से ठीक भी हो गए हैं। वहीं, पूरे देश कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों का आंकड़ा 1764 पहुंच गया है और 50 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि, 150 लोग कोरोना वायरस के संक्रमण से बाहर भी आ चुके हैं। वैसे, बता दें कि भारत में अभी तक इस महामारी की कम्यूनिटी ट्रांसमिशन की स्टेज शुरू नहीं हुई है। ये किसी भी महामारी की वो स्टेज होती है, जब पता ही नहीं चलता कि संक्रमण का जरिया क्या है।
भारत में कोरोना वायरस महामारी कम्यूनिटी ट्रांसमिशन के स्तर पर न पहुंचे, इसके लिए केंद्र और राज्य सरकारें युद्ध स्तर पर काम कर रही हैं। बीते महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देश में 21 दिनों के लॉकडाउन का एलान किया था। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, सोशल डिस्टेंसिंग कोरोना वायरस के चक्र को तोड़ने के लिए सबसे कारगर उपाय है। सोशल डिस्टेंसिंग के लिए भारत में लॉकडाउन किया गया है।