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कोरोना संक्रमण से डरे नक्सली, बीमार साथियों से कर रहे परहेज; संगठन से दिखा रहे बाहर का रास्ता

संगठन में कार्य करते हुए एक महिला नक्सली सर्दी खांसी व बुखार की शिकार हो गई। बटालियन के माओवादी कमांडर ने उसे कोरोना होने की शंका में और संक्रमण के भय से बटालियन से छुट्टी दे दी।

By Dhyanendra SinghEdited By: Published: Thu, 18 Jun 2020 05:09 PM (IST)Updated: Thu, 18 Jun 2020 05:22 PM (IST)
कोरोना संक्रमण से डरे नक्सली, बीमार साथियों से कर रहे परहेज; संगठन से दिखा रहे बाहर का रास्ता
कोरोना संक्रमण से डरे नक्सली, बीमार साथियों से कर रहे परहेज; संगठन से दिखा रहे बाहर का रास्ता

बीजापुर, जेएनएन। कोरोना  संक्रमण तेजी के साथ फैल रहा है और अब इसका प्रसार बस्तर क्षेत्र में भी हो चुका है। इन दिनों नक्सली भी कोरोना के संक्रमण से डरे हुए हैं। आम तौर पर समूहों में रहने वाले नक्सलियों के बीच संक्रमण का खतरा ज्यादा है, ऐसे में नक्सली अपने बीमार साथियों से भी परहेज कर रहे हैं। संगठन की एक महिला नक्सली को बीमारी होने पर संगठन से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। यह महिला नक्सली कुछ दिनों से सर्दी-जुकाम और बुखार से पीड़ित थी।

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साल 2010 से माओवादी संगठन से जुड़ी

इस संबंध में बीजापुर के पुलिस अधीक्षक ने जानकारी देते हुए बताया कि जिला बीजापुर के थाना मोदकपाल क्षेत्रांतर्गत पेद्दाकवाली के जंगल में संदिग्ध परिस्थिति में एक महिला के मौजूद होने की सूचना पर तस्दीक के लिए डीआरजी की एक टीम को वहां रवाना किया गया था। सर्चिंग के दौरान पेद्दाकवाली के जंगल में संदिग्ध परिस्थिति में मिली उक्त महिला से पूछताछ की गई। उसने अपना नाम सुमित्रा चेपा पिता चिन्ना उम्र 32 वर्ष ग्राम पेद्दाकवाली थाना मोदकपाल जिला बीजापुर का होना बताया। वह वर्ष 2010 से माओवादी संगठन में भर्ती होकर विभिन्न पदों पर कार्य करते हुये वर्तमान में बटालियन के कंपनी नंबर 01 के प्लाटून नंबर 03 की सक्रिय सदस्या के रूप में कार्यरत है।

कई सदस्यों को सर्दी, खांसी और बुखार की शिकायत

संगठन में कार्य करते हुए वह सर्दी, खांसी व बुखार की शिकार हो गई। बटालियन के माओवादी कमांडर ने उसे कोरोना होने की शंका में और संक्रमण के भय से बटालियन से छुट्टी दे दी। लगातार 10 वर्ष से माओवादी संगठन में रहकर काम करने के पश्चात् अचानक संगठन से छुट्टी किए जाने पर उक्त महिला अपने परिजनों के पास आने के उद्देश्य से पेद्दाकवाली जंगल में आकर रूकी हुई थी। सुमित्रा चेपा ने यह भी बताया कि संगठन में अन्य कई माओवादी सदस्यों को सर्दी, खांसी, बुखार एवं उल्दी-दस्त की शिकायत है। जिससे बटालियन के माओवादी कोरोना संक्रमण के भय से घबरा गए हैं। कोरोना बीमारी को लेकर बटालियन में हड़कंप मचा हुआ है। यही वजह है कि बटालियन में माओवादियों को सर्दी, खांसी व बुखार के लक्षण दिखने पर उनकाे संगठन से छुट्टी दी जा रही है।

इस परिस्थिति में हिरासत में ली गई महिला माओवादी का अस्पताल में कोरोना संक्रमण संबंधित समस्त स्वास्थ्य परीक्षण पुलिस ने कराया और अब उसे क्वारंटाइन में रखा गया है। क्वारंटाइन अवधि पूरी होने के बाद उससे विस्तृत पूछताछ और आगे की कार्रवाई की जाएगी। 


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