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कोरोना वायरस: राजस्थान के 100 मेडिकल छात्र चीन में फंसे, उन्हें भेजे जाएंगे विशेष मास्क

सभी भारतीय छात्र-छात्राओं को एक ही हॉस्टल में रखा गया है तथा उन्हें बाहर निकलने की अनुमति नहीं दी जा रही। सभी का दिन में तीन बार चैकअप किया जा रहा है।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Sat, 15 Feb 2020 12:11 AM (IST)Updated: Sat, 15 Feb 2020 12:11 AM (IST)
कोरोना वायरस: राजस्थान के 100 मेडिकल छात्र चीन में फंसे, उन्हें भेजे जाएंगे विशेष मास्क
कोरोना वायरस: राजस्थान के 100 मेडिकल छात्र चीन में फंसे, उन्हें भेजे जाएंगे विशेष मास्क

सुभाष शर्मा, उदयपुर। संभाग के सौ से अधिक मेडिकल स्टूडेंट्स कोरोना वायरस प्रभावित चीन से वापस नहीं लौट रहे हैं और उनके परिजन बेहद चिंतिंत हैं। उन्हें जानलेवा वायरस से बचाने के लिए उदयपुर के दो संस्थानों ने विशेष रूप से तैयार मास्क और ग्लब्ज भेजने का निर्णय लिया है, जो उन्हें कोरोना वायरस से सुरक्षित रखेंगे। पहली खेप में सौ मास्क और ग्लब्ज भेजे जाएंगे जो संभवत: अगले बुधवार तक उन्हें मिल जाएंगे। बाकी छात्र-छात्राओं की जानकारी लेकर अगले सप्ताह तक दूसरी खेप भेजी जाएगी।

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चालीस फीसदी छात्र-छात्राएं चीन में फंसे हुए हैं

गौरतलब है कि उदयपुर से लगभग सौ तथा संभाग से तीन सौ से अधिक छात्र-छात्राएं चीन से एमबीबीएस करने गए थे जिनमें से साठ फीसदी सर्दियों के अवकाश के चलते लौट आए थे, लेकिन चालीस फीसदी अभी तक वहां फंसे हुए हैं।

अभिभावकों की मदद के लिए कई एनजीओ ने ली जिम्मेदारी

इसमें मेडिकल स्टूडेंट्स के अभिभावकों की मदद करने के लिए उदयपुर की पल्स इंटरनेशनल एजुकेशन कंसल्टेंसी (पीआईईसी) और मोती फाउंडेशन ट्रस्ट ने जिम्मेदारी ली है। पीआईईसी के निदेशक विकास छाजेड़ बताते हैं कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए एन-95 नामक मास्क तैयार कराए गए हैं। जो चीन में फंसे मेडिकल स्टूडेंट्स को कोरोना वायरस से बचाव में मदद करेंगे। साथ ही उच्च मानक स्तर के ग्लब्ज भी भेजे जाएंगे।

सभी भारतीय छात्र-छात्राएं सुरक्षित, लेकिन मास्क की जरूरत

उन्होंने बताया कि उनके संस्थान और मोती फाउण्डेशन के पदाधिकारियों ने चीन में फंसे भारतीय स्टूडेंट्स से बात की और पता चला कि उन्हें भारत आने की अनुमति नहीं दी जा रही। हालांकि सभी भारतीय छात्र-छात्राएं फिलहाल सुरक्षित हैं लेकिन उन्हें मास्क की जरूरत महसूस की जा रही है।

सभी छात्र-छात्राओं को एक ही हॉस्टल में रखा गया, एन-95 मास्क चीन भेजे जाएंगे

सभी भारतीय छात्र-छात्राओं को एक ही हॉस्टल में रखा गया है तथा उन्हें बाहर निकलने की अनुमति नहीं दी जा रही। सभी का दिन में तीन बार चैकअप किया जा रहा है, लेकिन उन्हें मास्क और ग्लब्ज उपलब्ध नहीं हो पा रहे। कोरोना वायरस से बचाव के लिए तैयार एन-95 मास्क चीन की हुबैई चैरिटी फेडरेशन को भेजी जाएंगी, जो भारतीय छात्र-छात्राओं को पहुंचाएंगी।

बुधवार तक यह मास्क और ग्लब्ज भारतीय छात्र-छात्राओं को मिल जाएंगे

मोती फाउंडेशन के डा. प्रियांश जैन बताते हैं कि फिलहाल सौ मास्क और ग्लब्ज का पैकेज तैयार किया है। जो बुहान शहर के हॉस्पिटल भेजा जाएगा। माना जा रहा है अगले बुधवार तक यह मास्क और ग्लब्ज भारतीय छात्र-छात्राओं को मिल जाएंगे। अगले सप्ताह तक बाकी मास्क भेजने की तैयारी के लिए काम जारी है। मोती फाउंडेशन ने इसके लिए अन्य संस्थाओं और उदयपुर के कारोबारियों को मदद में आगे आने की अपील है।


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