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Corona Updates : कोरोना टेस्ट का आंकड़ा एक करोड़ के पार पहुंचा, जानें हर दिन कितने हो रहे टेस्‍ट

जनवरी में एक लैब और चंद टेस्ट से शुरू करने वाला भारत कोरोना का एक करोड़ टेस्ट पूरा कर लिया है और यह तेजी से आगे बढ़ रहा है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Mon, 06 Jul 2020 09:00 PM (IST)Updated: Mon, 06 Jul 2020 09:00 PM (IST)
Corona Updates : कोरोना टेस्ट का आंकड़ा एक करोड़ के पार पहुंचा, जानें हर दिन कितने हो रहे टेस्‍ट
Corona Updates : कोरोना टेस्ट का आंकड़ा एक करोड़ के पार पहुंचा, जानें हर दिन कितने हो रहे टेस्‍ट

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। जनवरी में एक लैब और चंद टेस्ट से शुरू करने वाला भारत कोरोना का एक करोड़ टेस्ट पूरा कर लिया है और यह तेजी से आगे बढ़ रहा है। आइसीएमआर के अनुसार पिछले 14 दिन में हर दिन औसतन 2.15 लाख टेस्ट हो रहे हैं। टेस्ट की बढ़ी संख्या के बावजूद आइसीएमआर के पास इसका ठोस आंकड़ा नहीं है कि कुल कितने व्यक्तियों के ऊपर ये टेस्ट किये गए हैं। वैसे अनुमान लगाया जा रहा है कि कोरोना टेस्ट कराने वाले व्यक्तियों की संख्या 65-70 लाख के करीब हो सकती है, जिनमें सात लाख लोग पॉजिटिव पाए गए हैं। रविवार को 1,80,596 सैंपल की जांच के साथ ही देश में कोरोना की कुल जांच की संख्या एक करोड़ को पार गई। इनमें 10 लाख से अधिक लोगों का टेस्ट पिछले पांच दिनों में किया गया। 

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जनवरी में एक लैब से शुरू होकर अब 1105 लैब में हो रहा है टेस्ट

उन्होंने कहा कि जनवरी से लगातार टेस्टिंग की क्षमता बढ़ाने से यह उपलब्धि हासिल हो सकी है। उनके अनुसार फिलहाल देश में कोरोना जांच के लिए मान्यता प्राप्त लैब की संख्या 1105 है। जिनमें 788 सरकारी और 317 निजी क्षेत्र के हैं। इनमें 592 लैब आरटी-पीसीआर टेस्ट, 421 ट्रूनैट, और 92 सीबीएनएएटी लैब हैं। जनवरी में किट के लिए आयात पर आश्रित रहने वाला भारत आज की तारीख में टेस्टिंग के मामले में पूरी तरह आत्मनिर्भर है। न सिर्फ सभी टेस्टिंग किट का देश में उत्पादन हो रहा है, बल्कि कई स्वदेशी टेस्टिंग किट भी मैदान में है। प्रचुर मात्रा में टेस्टिंग किट उपलब्ध होने का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि आइसीएमआर अब राज्यों को लगातार टेस्टिंग बढ़ाने के लिए दबाव बना रहा है। 

वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि एंटीजन पर आधारित टेस्टिंग किट के आने के बाद टेस्ट न सिर्फ सुगम हो गया है, बल्कि इसकी संख्या बढ़ाने में भी मदद मिली है। जांच कितने लोगों की हुई इसका पुष्ट आंकड़ा तो आइसीएमआर के पास नहीं है क्योंकि यह सारा आंकड़ा राज्यों को ही उपलब्ध कराना होता है। लेकिन यह अनुमान है कि देश के लगभग 70 लाख लोगों का टेस्ट हो चुका है। दरअसल, पॉजिटिव पाए जाने की स्थिति में उसके ठीक होने तक औसतन तीन से चार टेस्ट होते हैं। जबकि कुछ मामलों में नेगेटिव पाए जाने पर भी दो टेस्ट होते हैं। 


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