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CoranaVirus Effect: सप्लाई चेन होगी प्रभावित, बढ़ सकते हैं सब्‍जियों और फलों के दाम

कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते विभिन्न राज्यों में उठाये जा रहे एहतियाती कदम से आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई चेन बुरी तरह प्रभावित होने लगी है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Fri, 20 Mar 2020 10:37 PM (IST)Updated: Fri, 20 Mar 2020 11:42 PM (IST)
CoranaVirus Effect: सप्लाई चेन होगी प्रभावित, बढ़ सकते हैं सब्‍जियों और फलों के दाम
CoranaVirus Effect: सप्लाई चेन होगी प्रभावित, बढ़ सकते हैं सब्‍जियों और फलों के दाम

 नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते विभिन्न राज्यों में उठाये जा रहे एहतियाती कदम से आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई चेन बुरी तरह प्रभावित होने लगी है। इससे आने वाले दिनों में महंगाई पर लगाम लगाने की चुनौती से सरकार को जूझना पड़ेगा। सब्जियों व फलों की आपूर्ति पर सबसे ज्यादा असर पड़ रहा है। कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित महाराष्ट्र में एपीएमसी (एग्री प्रोड्यूश मार्केट कमेटी) की मंडियों में सप्ताह में दो दिनों की बंदी का प्रभाव अगले सप्ताह उत्तरी क्षेत्र में दिख सकता है।

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राज्यों में मंडियों की बंदी से फल-सब्जियों की आपूर्ति बाधित

राजधानी दिल्ली की फल और सब्जी मंडियों में देश के ज्यादातर राज्यों से आपूर्ति होती है। ज्यादातर फलों की आपूर्ति जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और महाराष्ट्र से होती है। जबकि सब्जियों की आपूर्ति कर्नाटक, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश से होती है। इसके बाद दिल्ली की मंडियों से बाकी उपभोक्ता राज्यों में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति की जाती है। आसपास के राज्यों उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और मध्य प्रदेश से भी इन जिंसों की आपूर्ति होती है, जिनमें आंशिक बंदी का माहौल है। इससे सप्लाई चेन प्रभावित हो रही है।

राज्यों के बीच आवाजाही प्रभावित

कृषि मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कोरोना वायरस के प्रकोप से बचाव के उपायों में परोक्ष रूप से लॉक डाउन की स्थिति पैदा की गई है। इस स्वाभाविक प्रतिबंधों के चलते राज्यों के बीच आवाजाही प्रभावित हो रही है। हालांकि आवश्यक वस्तुओं की ढुलाई पर किसी तरह की रोकटोक नहीं है, लेकिन इसका फायदा ट्रांसपोर्टर उठा रहे हैं। उनका तर्क है कि ड्राइवरों व काम करने वालों की कमी के चलते यह संभव नहीं हो पा रहा है।

प्याज, आलू और टमाटर की आपूर्ति पर विपरीत असर

उत्तरी राज्यों में प्याज, आलू और टमाटर की आपूर्ति पर विपरीत असर पड़ रहा है। कोरोना के चलते घरों में रहने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हिदायत के बाद इन्हीं सब्जियों की सर्वाधिक मांग इस समय हो गई है। उत्तरी राज्यों में प्याज का मूल्य पिछले साल के फरवरी व मार्च माह के मुकाबले लगभग ढाई गुना अधिक है। जबकि आलू का मूल्य दो गुना ज्यादा है।

गड़बड़ा सकता है मांग और आपूर्ति का संतुलन

राजधानी दिल्ली, पंजाब और हरियाणा में कोरोना के कहर से रेस्टोरेंट बंद कर दिये गये हैं। इससे फल और सब्जियों के बड़े उपभोक्ता बाजार में नहीं उतर रहे हैं। इसके चलते बाजार में मांग और आपूर्ति का संतुलन गड़बड़ाने लगा था, लेकिन उत्पादक मंडियों से सब्जियों व फलों की आपूर्ति ठप होने की दशा में कीमतें आने वाले दिनों में और बढ़ सकती है। थोक व खुदरा बाजार में सब्जियों व फलों के मूल्य में लगातार अंतर भी बढ़ रहा है, जिसे रोकना भी सरकार के लिए गंभीर चुनौती है।


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