जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के अभिभाषण को कांग्रेस ने रूटीन बताया और कहा कि उसमें सरकारी बयान के अलावा कुछ नहीं है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि राष्ट्रपति ने वही कहा है, जो सरकार चाहती है। तृणमूल के डेरेक ओब्रायन ने राष्ट्रपति के अभिभाषण की आलोचना करते हुए कहा कि महंगाई, सामाजिक सौहा‌र्द्र, महिला आरक्षण जैसे मुद्दे पर कुछ बात नहीं की गई।

कांग्रेस सांसद एवं पूर्व मंत्री शशि थरूर ने अभिभाषण को चुनावी बताया। थरूर ने कहा कि वैसे तो राष्ट्रपति को चुनाव नहीं लड़ना है, लेकिन अभिभाषण से ऐसा लग रहा था कि केंद्र सरकार अपना चुनावी अभियान उनके ही माध्यम से चलाना चाह रही है। माकपा के विनय विश्वम ने थरूर से सहमति जताते हुए अभिभाषण को चुनावी बताया और कहा कि यह 2024 के लिए भाजपा के घोषणापत्र का पहला अध्याय जैसा है।

खरगे ने कहा कि विकास का जिस तरह दावा किया गया है, यदि वह सही है तो फिर लोग बेरोजगारी और महंगाई से परेशान क्यों हैं? खरगे ने कहा कि अभिभाषण में जो नए स्कूल और कालेज खोलने की बात कही गई है, वे सब निजी क्षेत्र के हैं। देश के गरीब छात्र इनमें पढ़ाई का खर्च नहीं उठा सकते। इसलिए इन स्कूलों और कालेजों से उनको कोई लाभ नहीं मिलने वाला है। खरगे ने हालांकि इस बात पर अफसोस जताया कि वे राष्ट्रपति मुर्मु के पहले अभिभाषण के दौरान संसद में उपस्थित नहीं रह सके, क्योंकि खराब मौसम के चलते जम्मू-कश्मीर से दिल्ली नहीं पहुंच सके।

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Edited By: Devshanker Chovdhary