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राहुल को पार्टी अध्यक्ष बनाने की तैयारी तेज, नवंबर में संभाल सकते हैं कमान

राहुल को कांग्रेस की कमान सौंपने की तैयारी के बीच प्लेनरी सत्र की तारीख अभी तय नहीं हुई है।

By Ravindra Pratap SingEdited By: Published: Sat, 23 Sep 2017 12:27 AM (IST)Updated: Sun, 24 Sep 2017 09:11 AM (IST)
राहुल को पार्टी अध्यक्ष बनाने की तैयारी तेज, नवंबर में संभाल सकते हैं कमान
राहुल को पार्टी अध्यक्ष बनाने की तैयारी तेज, नवंबर में संभाल सकते हैं कमान

संजय मिश्र, नई दिल्ली। राहुल गांधी की अमेरिका यात्रा को लेकर मिले सकारात्मक फीडबैक से उत्साहित पार्टी ने अब उनको कांग्रेस अध्यक्ष बनाने की अंदरुनी तैयारी तेज कर दी है। कांग्रेस के संगठनात्मक चुनाव की अब तक की रूपरेखा से साफ है कि अक्टूबर के अंत तक राहुल को पार्टी अध्यक्ष चुनने की प्रक्रिया पूरी करने की योजना है। जबकि राहुल के पार्टी अध्यक्ष बनने पर औपचारिक मुहर लगाने के लिए नवंबर में बेंगलुरू में अखिल भारतीय कांग्रेस समिति का प्लेनरी सत्र बुलाने की तैयारी है।

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पार्टी सूत्रों के अनुसार कांग्रेस नेतृत्व में पीढ़ी परिवर्तन के इस बेहद अहम मौके को बड़ा सियासी आयोजन बनाने के लिए एआईसीसी का प्लेनरी सेशन बुलाया जा रहा है। कांगेस पिछले लोकसभा चुनाव के बाद अपने राजनीतिक संक्रमण के सबसे गंभीर दौर से गुजर रही है। पार्टी की कमजोर हुई राजनीतिक जमीन के बीच अगला लोकसभा चुनाव बहुत दूर नहीं है। जाहिर तौर पर ऐसे नाजुक मौके पर पार्टी की कमान थामना राहुल और कांग्रेस दोनों के लिए सियासी रूप से बेहद अहम हैं। कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार है और अगले साल मई में वहां विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं। इस लिहाज से पार्टी वहां अपने इस अहम सियासी आयोजन को यादगार बनाना चाहती है।

राहुल को अध्यक्ष बनाने की तैयारी के तहत पार्टी ने सभी राज्य इकाईयों को अपने संगठन चुनाव पूरा कर एआईसीसी सदस्यों की लिस्ट 10 अक्टूबर तक भेजने का निर्देश दिया है। गौरतलब है कि एआईसीसी के सदस्य ही अध्यक्ष के चुनाव पर प्लेनरी में औपचारिक मुहर लगाएंगे। पार्टी सूत्रों का कहना है कि राहुल के अध्यक्ष बनने के साथ ही बैंगलुरू प्लेनरी में कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्यों के लिए चुनाव भी कराए जा सकते हैं। वंशवाद के सवालों का सामना कर रहे राहुल सीडब्लूसी के कुछ सदस्यों को चुनाव के जरिए लाकर जमीनी नेताओं को भी अहमियत देने का संदेश दे सकते हैं। कार्यसमिति पार्टी की सर्वोच्च नीति निर्धारण इकाई है और पिछली बार इसके लिए सीधा चुनाव 1997 में कोलकाता महाधिवेशन में हुआ था। सीताराम केसरी के कांगे्रस अध्यक्ष बनने के बाद कोलकाता अधिवेशन में तब पार्टी के कई दिग्गजों को कार्यसमिति का सदस्य बनने के लिए चुनाव लड़ना पड़ा था।

राहुल को कांग्रेस की कमान सौंपने की तैयारी के बीच प्लेनरी सत्र की तारीख अभी तय नहीं हुई है। पार्टी इसके लिए गुजरात विधानसभा चुनाव के कार्यक्रमों का इंतजार कर रही है। गुजरात के चुनाव नवंबर-दिसंबर में होनेवाले हैं। संसद का शीत सत्र भी इसी दरम्यान प्रस्तावित है। इन दोनों कार्यक्रमों में किसी तरह के बदलाव की गुंजाइश पार्टी के हाथ में नहीं है। इसीलिए नवंबर के दूसरे हफ्ते तक प्लेनरी बुलाने की संभावनाएं ज्यादा है।

पार्टी का मानना है कि आर्थिक मोर्चे पर विपरीत हालात से रुबरू हो रही एनडीए सरकार की चुनौतियों को देखते हुए राहुल के लिए कांग्रेस की कमान थामने का सही समय है। इसीलिए पार्टी के मौजूदा नेतृत्व के लिए कांग्रेस में पीढ़ी परिवर्तन पर लंबे समय से जारी उहापोह को खत्म कर देना ही बेहतर है। मालूम हो कि जयपुर में 2013 में राहुल गांधी को कांग्रेस का उपाध्यक्ष बनाए जाने के बाद से ही उन्हें पार्टी अध्यक्ष बनाने की चर्चाएं शुरू हो गई।

नवंबर 2016 में तो कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्यों ने बकायदा आम सहमति से प्रस्ताव पारित कर सोनिया गांधी से राहुल को पार्टी की कमान सौंपने की मांग की। मगर पहले उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव तो बाद में इस चुनाव में कांग्रेस की हुई करारी शिकस्त की वजह से इसमें विलंब हुआ। वैसे भी चुनाव आयोग ने कांग्रेस को अपने संगठन चुनाव इस साल के अंत तक पूरा कर लेने का समय दिया है।

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