Move to Jagran APP

देश में अच्छे मानसून की उम्मीदों पर पानी फेर सकता है 'अल नीनो' तूफान

एनओएए के अनुमानकर्ताओं ने कहा कि भारत में जून से अगस्त के बीच अल नीनो आने की 60 फीसद संभावना है।

By Mangal YadavEdited By: Published: Sat, 16 Mar 2019 08:34 PM (IST)Updated: Sat, 16 Mar 2019 08:34 PM (IST)
देश में अच्छे मानसून की उम्मीदों पर पानी फेर सकता है  'अल नीनो' तूफान
देश में अच्छे मानसून की उम्मीदों पर पानी फेर सकता है 'अल नीनो' तूफान

नई दिल्ली, आइएएनएस। भारत में 'अल नीनो' तूफान वापस लौट सकता है। अगर ऐसा होता है तो इससे अच्छे मानसून की उम्मीदें धराशायी हो सकती हैं। अमेरिका स्थित नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (एनओएए) की ताजा रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। अमेरिकी संस्था ने जून से अगस्त के बीच 'अल नीनो' की वापसी की संभावना जताई है।

loksabha election banner

एनओएए के अनुमानकर्ताओं ने कहा कि भारत में जून से अगस्त के बीच अल नीनो आने की 60 फीसद संभावना है। हालांकि भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आइएमडी) इस बात पर कायम है कि मौसम की जो वर्तमान स्थिति है, वह कमजोर अल नीनो का संकेत देता है। अगले दो से तीन महीनों तक यही स्थिति रहने की उम्मीद है।

पुणे स्थित आइएमडी के वैज्ञानिक डीएस पई ने बताया कि पिछले साल के अंत में अल नीनो के शुरू होने की भविष्यवाणी की गई थी, लेकिन यह गलत साबित हुई। उन्होंने बताया कि अप्रैल के मध्य और मई के अंत में हमारे पास अल नीनो को लेकर एक स्पष्ट तस्वीर होगी। तभी मानसून पर इसके प्रभाव के बारे में बात करना ठीक होगा।

दरअसल, इस साल की शुरुआत में पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय ने कहा था कि फिलहाल अल नीनो आने का कोई संकेत नहीं दिख रहा है और आगामी मानसून पर इसके प्रभाव को लेकर चर्चा करना जल्दबाजी होगी।

बता दें कि अल नीनो प्रशांत महासागर में बनने वाला एक जलवायु चक्र है, जिसका असर दुनिया भर के मौसम पर पड़ता है। यह चक्र तब शुरू होता है जब पश्चिमी उष्णकटिबंधीय प्रशांत महासागर में गर्म पानी दक्षिणी अमेरिका के तट की ओर भूमध्य रेखा के साथ पूर्व की ओर बढ़ता है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.