टेक्नोलॉजी और खालिस पत्रकारिता का मिलन है वक्त की मांग: वाशिंगटन पोस्ट
आईसीएनए साउथ एशिया मीडिया कॉन्फ्रेंस के दौरान वाशिंगटन पोस्ट के सीआईओ शैलेश प्रकाश ने इस मुद्दे पर बात की।
नई दिल्ली, {प्रत्यूष रंजन}। डिजिटल मीडिया इंडस्ट्री में तेजी से हो रहे बदलावों के मद्देनजर प्रकाशकों को पत्रकारिता के बुनियादी मानकों और मानदंडों का ख्याल रखते हुए अधिक इनोवेटिव और टेक्नोलॉजी आधारित पहल करने की जरूरत है। आईसीएनए साउथ एशिया मीडिया कॉन्फ्रेंस के दौरान वाशिंगटन पोस्ट के सीआईओ शैलेश प्रकाश ने ये बातें कहीं।
प्रकाश के अनुसार, प्रकाशन के क्षेत्र में लंबे समय से जमे प्रकाशकों को लगातार आगे बढ़ते रहने के साथ ही टेक्नोलॉजी के मामले में भी लगातार नई चीजें अपनानी चाहिए। वैसे भी आगे बढ़ने के क्रम में कई पुरानी चीजें पीछे छोड़नी पड़ती हैं। वास्तव में डिजिटल मीडिया इंडस्ट्री इसी तरह से काम करता है।
उपभोक्ताओं को डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में होने वाले तमाम बदलावों के केंद्र में रखते हुए प्रकाश ने इस अवसर पर डिजिटल मीडिया के बढ़ते दबदबे के कारण प्रिंट मीडिया के प्रकाशकों के समक्ष आ रहीं चुनौतियों की भी चर्चा की। उनके अनुसार, टेक्नोलॉजी से जुड़े डेवलपमेंट में इनोवेशन और इन्वेस्टमेंट की बड़ी भूमिका है और इन्हीं के जरिए इन चुनौतियों से आसानी से पार पाया जा सकता है।
प्रकाश ने बताया कि किसी प्रकाशक का दबदबा कायम होने के साथ ही उसके काम और विस्तार में स्थिरता आने लगती है और अपना बिजनेस बनाए रखने के लिए वह फिर परंपरागत तरीके अपनाने लगता है। हालांकि ऐसा नहीं है कि उसे नया ट्रेंड नहीं दिखता है, लेकिन अक्सर वह उसे नजरअंदाज कर देता है। यहीं से समस्या शुरू होती है। इस कॉन्फ्रेंस में प्रिंट और डिजिटल मीडिया इंडस्ट्री के कई दिग्गज हिस्सा ले रहे हैं।
प्रकाशकों को सुझाव देते हुए प्रकाश ने कहा कि बेशक उन्हें विशुद्ध यानी खालिस पत्रकारिता करते रहना चाहिए, हालांकि इसके साथ ही उन्हें टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में इनोवेशन और इन्वेस्टमेंट पर भी काम करते रहना चाहिए। वाशिंगटन पोस्ट के डिजिटल प्रोडक्ट डेवलपमेंट मामलों के चीफ इन्फॉर्मेशन ऑफिसर और वाइस प्रेसिडेंट शैलेश प्रकाश ने जैफ बेजोस को कोट करते हुए कहा कि आगे नहीं बढ़ना, खुद को नहीं बदलना और कस्टमर एक्सपीरियंस में सुधार नहीं करना सबसे खतरनाक होता है।
गौरतलब है कि अमेजन के संस्थापक और सीईओ बेजोस ने अपनी व्यक्तिगत संपत्ति से 250 मिलियन डॉलर खर्च करके 2013 में वाशिंगटन पोस्ट का अधिग्रहण किया था। वाशिंगटन पोस्ट की सफलता पर प्रकाश ने कहा कि कंपनी ने पिछले कुछ वर्षों में कई सबक लिए हैं। इनमें प्रमुख हैं- जागरूकता, प्रयोग, गति, शुद्धता और लगातार प्रयास और प्रयोग करते रहना।
डिजिटल मीडिया में टेक्नोलॉजी से जुड़े विकास पर मुख्य रूप से फोकस करते हुए उन्होंने कहा कि मशीन राइटिंग, उचित संदर्भ में त्रृटिमुक्त लिखाई और वाशिंगटन पोस्ट की वेबसाइट पर कमेंट प्रोसेस शुरू करने से क्वालिटी बेहतर करने में मदद मिली है। उनके अनुसार, रिपोर्टर को बड़ी स्टोरी पर फोकस करना चाहिए, जबकि मशीन द्वारा छोटी और बड़ी संख्या में स्टोरी की जा सकती है।
इंटरनेशनल न्यूज मीडिया एसोसिएशन (आईएनएमए) 18 से 22 नवंबर, 2019 के बीच साउथ एशिया मीडिया फेस्टिवल के 2019वें संस्करण का आयोजन कर रहा है। पांच दिनों के इस कार्यक्रम का आयोजन नई दिल्ली में किया जा रहा है। इसका मकसद इस क्षेत्र के प्रिंट और डिजिटल मीडिया इकोसिस्टम में सर्वश्रेष्ठ चीजों, प्रयोगों और व्यवहारों को जानना, समझना और अपनाना है।
इस आयोजन के पहले दो दिनों 18 और 19 नवंबर को नई दिल्ली इनोवेटर्स दी इंडियन एक्सप्रेस, फेसबुक, एचटी मीडिया, टाइम्स इंटरनेट लिमिटेड, गूगल और स्टोरी एक्सप्रेस देखने गए। 20 तारीख को हुए पहले सेमिनार में कंज्यूमर इकोसिस्टम और उसे प्रभावित करने वाले उसके विभिन्न पक्षों पर विचार किया गया। इस सेमिनार का संचालन एमएक्सएम इंडिया के एडिटर इन चीफ प्रद्यूमन माहेश्वरी ने किया।
20 नवंबर को ही आयोजित दूसरे सेमिनार में विज्ञापनों और टेक्नोलोजी के जरिए बदलाव लाने पर चर्चा हुई। आईएनएमए ने दो कंट्रोम थीम की पहचान की है, जो पिछले कुछ समय से प्रिंट और डिजिटल न्यूज पब्लिशर्स के रडार पर हैं। इसके विषय थे- अनलीशिंग द पटेंशियल ऑफ नेटिव एडवरटाइजिंग एंड ब्रॉउजिंग थ्रू द लेबिरिंथ ऑफ स्मार्ट डेटा।