फेसबुक पर टीचर को बताया 'एंटी नेशनल', कॉलेज ने छात्रा को किया निष्कासित
अधिकारियों के अनुसार छात्रा को को अपनी फेसबुक पोस्ट के कारण एक साल के लिए कॉलेज से निष्कासित कर दिया गया है।
भोपाल (पीटीआई)। मोतीलाल विज्ञान महाविद्यालय (एमवीएम) के एक छात्रा को उसकी फेसबुक पोस्ट के कारण कॉलेज ने निष्कासित कर दिया है। इस छात्रा ने फेसबुक पोस्ट में अपने टीचिंग स्टॉफ को 'एंटी-नेशनल' बताया था। दरअसल असमा खान नाम की छात्रा शहीद भगत सिंह की पुण्यतिथि पर कॉलेज आडिटोरियम में एक कार्यक्रम करवाना चाहती थी और इसके लिए जब उसने कॉलेज प्रशासन से अनुमति मांगी तो प्रशासन ने इंकार कर दिया। इसके बाद छात्रा ने अपनी पोस्ट को फेसबुक पर अपलोड किया। अधिकारियों का कहना असमा खान भगत क्रांति दल का सदस्य है और और बीएससी दूसरे साल की छात्रा है। अधिकारियों के अनुसार छात्रा को को अपनी फेसबुक पोस्ट के कारण एक साल के लिए कॉलेज से निष्कासित कर दिया गया है।
कॉलेज के प्रधानाचार्य नीरज अग्निहोत्री ने पीटीआई को बताया, 'बीकेडी और अन्य छात्र संघों (अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद) ने शहीद दिवस (भगत सिंह की पुण्य तिथि) के अवसर पर 23 मार्च को कॉलेज सभागार में एक कार्यक्रम करने की अनुमति मांगी थी लेकिन किसी को भी परमिशन नहीं दी गई। इसके बाद बीकेडी सदस्य असमा खान ने अपनी फेसबुक पोस्ट में शिक्षकों और प्रोफेसर्स को राष्ट्र-विरोधी कहा।'
अग्निहोत्री ने आगे बताया, 'या तो इस पोस्ट को हटाना चाहिए या फिर इस पोस्ट के लिए माफी मांगनी चाहिए। इस तरह की हरकत को स्वीकार नहीं किया जाएगा। छात्रा ने कहा कि कॉलेज देश विरोधी हरकतों में शामिल है। छात्रा ने माफी मांगने की बजाय एक वकील की मदद ली और कॉलेज प्रशासन पर दवाब बनाने के लिए अपने समर्थकों का सहारा लिया। छात्रा की पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। हम इस तरह के कार्यक्रमों के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन कॉलेज आडिटोरियम ट्रेनिंग कार्यक्रम के चलते 20 मार्च तक व्यस्त था।'
इस बीच, असमा खान ने कॉलेज प्रशासन द्वारा की गई कार्रवाई पर निराशा व्यक्त करते हुए कहा, 'यह आश्चर्यजनक है कि कॉलेज प्रशासन ने मुझे कारण बताओ नोटिस तक जारी नहीं किया और ना ही निर्धारित प्रक्रियाओं का ध्यान दिया। मेरी फेसबुक पोस्ट के आधार पर एक वर्ष के लिए मुझे निष्कासित कर दिया।' असमा ने आरोप लगाया कि उनके खिलाफ कार्रवाई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के दबाव में की गई है। मैंने यह पोस्ट, जिसे 19 मार्च को अपलोड की थी लेकिन मैंने तुरंत हटा दिया था। इस पोस्ट में किसी व्यक्ति का नाम था।'