फरवरी में शुरू होंगी हिंडन से नागरिक उड़ानें, सरकार ला सकती है 'उड़ान' का इंटरनेशनल वर्जन
एयरपोर्ट अथारिटी के सूत्रों के अनुसार हिंडन से रीजनल कनेक्टिविटी उड़ान की उन घरेलू उड़ानों का संचालन होगा
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। फरवरी से हिंडन एयर बेस से नागरिक उड़ानों का संचालन करने के साथ सरकार 'उड़ान' का इंटरनेशनल वर्जन ला सकती है। एयरपोर्ट अथारिटी ने इस बात के संकेत दिए हैं। प्रारंभ में हिंडन से गोरखपुर, इलाहाबाद, पिथौरागढ़ और जैसलमेर के लिए सस्ती उड़ानों का संचालन होगा।
'उड़ान' (उड़े देश का आम नागरिक) रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम आरसीएस का लोकप्रिय ब्रांड नाम है। जिसके तहत एयरलाइनें 500 किलोमीटर की दूरी अथवा एक घंटे की अवधि वाली चुनिंदा उड़ानों में 50 फीसद सीटें मात्र 2500 रुपये के किफायती किराये पर उपलब्ध कराती हैं। सरकार इनमें होने वाले घाटे की भरपाई सब्सिडी (वायबिलिटी गैप फंडिंग-वीजीएफ) के माध्यम से करती है। अक्टूबर, 2016 में शुरू हुई यह स्कीम फिलहाल केवल डोमेस्टिक उड़ानों पर लागू है। अब तक स्कीम के दो चक्र पूरे हो चुके हैं। जिनके तहत सरकार साढ़े चार सौ से ज्यादा रूटों का निर्धारण कर चुकी है। अगले महीने तक इसका तीसरा चक्र शुरू करने की तैयारी है।
लेकिन इसकी लोकप्रियता और मांग को देखते हुए सरकार शीघ्र ही इस इंटरनेशनल वर्जन इंटरनेशनल एयर कनेक्टिविटी स्कीम (आइएसीएस-उड़ान) के रूप में लाने वाली है। इसमें चुनिंदा इंटरनेशनल रूटों के टिकट सस्ती दरों पर उपलब्ध कराने का प्रस्ताव है। इसके प्रस्ताव अक्टूबर में मांगे गए थे। जनवरी तक इन्हें अंतिम रूप दिए जाने की संभावना है। यदि सब ठीक रहा तो फरवरी के अंत अथवा मार्च की शुरुआत में उड़ान की सस्ती इंटरनेशनल उड़ाने भी शुरू हो जाएंगी। इसके तहत 5000 किमी के दायरे में घरेलू के साथ-साथ इंटरनेशनल उड़ाने भरने वाली एयरलाइनों को सस्ती उड़ानो के लिए सब्सिडी दी जा सकती है।
अभी एयर इंडिया, स्पाइस जेट, इंडिगो, एयर डेक्कन, एयर ओडिशा समेत कई एयरलाइनें उड़ान के तहत डोमेस्टिक उड़ाने कर रही हैं। इससे आम लोगों में हवाई यातायात की लोकप्रियता बढ़ी है। साथ ही कई पुराने, अप्रयुक्त अथवा अल्प प्रयुक्त एयरपोर्ट और हवाई पट्टियों के पुनरुद्धार के साथ-साथ उनके दिन बहुरे हैं। इनमें आगरा, गोरखपुर, कानपुर जैसे सैन्य-सह-नागरिक एयरपोर्ट शामिल हैं। फरवरी में नागरिक उड़ाने शुरू होने के साथ ही इनमें हिंडन एयरबेस का नाम भी शामिल हो जाएगा।
एयरपोर्ट अथारिटी के सूत्रों के अनुसार हिंडन से रीजनल कनेक्टिविटी उड़ान की उन घरेलू उड़ानों का संचालन होगा, जिन्हें फिलहाल दिल्ली एयरपोर्ट के डोमेस्टिक टर्मिनल (टी-1) में जगह नहीं मिल पा रही। इनमें हिंडन-गोरखपुर-इलाहाबाद, लखनऊ-हिंडन-कोलकाता, हिंडन-इलाहाबाद-कोलकाता, हिंडन-भोपाल-नासिक, हिंडन-जैसलमेर-उदयपुर तथा हिंडन-हुबली-तिरुपति की उड़ाने शामिल हैं। इनके लिए इंडिगो, स्पाइसजेट, एयर इंडिया और एयर डेक्कन जैसी एयरलाइनों ने प्रस्ताव दिए हैं। इसके लिए हिंडन एयरबेस में सिविल टर्मिनल व हवाई पट्टी बनाने पर 45 करोड़ रुपये से अधिक राशि खर्च की जा रही है।