CAA Protest : नागरिकता कानून पर जारी विरोध, कांग्रेस ने निकाली रैली; धरने पर TMC नेता
नागरिकता संशोधन बिल को लेकर देश के कई हिस्सों में विरोध किया जा रहा है। आज भी कई जगहों पर विरोधी रैली निकाली है।
नई दिल्ली, एएनआइ/ पीटीआइ। नागरिकता संशोधन बिल को लेकर अभी भी देश में विरोध जारी है। देश की कई हिस्सों में लोग इसका विरोध करते हुए प्रदर्शन कर रहे हैं। आज (शनिवार) को कई हिस्सों में लोगों ने प्रदर्शन रैली निकाली है।तमिलनाडु में तौहीद जमात ने Citizenship Amendment Act के खिलाफ विरोध मार्च निकाला। जिसमें कई हजार लोगों ने हिस्सा लिया। इस दौरान लोगों ने अपने हाथों में झंड़े और कानून के विरोध में लिए नारों के पोस्टर लिए हुए थे। दूसरी तरफ कांग्रेस ने भी मुंबई में इस कानून के खिलाफ मार्च का आयोजन किया है।
सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ प्रदर्शन
कर्नाटक के शिवमोग्गा में ईदगाह मैदान में नागरिकता संशोधन अधिनियम (Citizenship Amendment Act), नागरिकों के राष्ट्रीय रजिस्टर (NRC) और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (NPR) के खिलाफ लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया।
नागरिकता बिल के खिलाफ टीएमसी का धरना
पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस पर नागरिकता (संशोधन) कानून और एनआरसी के खिलाफ धरना दिया। टीएमसी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने इश घरना प्रदर्शन में भाग लिया। राज्य भर में प्रदर्शन, पार्टी सूत्रों ने कहा राज्य के वरिष्ठ मंत्री पार्थ चटर्जी और फिरहाद हकीम भी टीएमसी नेताओं में से थे जो धरने का हिस्सा बने।
चिदंबरम ने की जनरल रावत से ये अपील
तिरुवनंतपुरम में जनसभा को संबोधित करते हुए पी चिदंबरम ने कहा कि DGP और आर्मी जनरल को सरकार का समर्थन करने के लिए कहा जा रहा है, यह शर्म की बात है। मैं जनरल रावत से अपील करता हूं कि आप सेना के प्रमुख हैं और अपने काम को ध्यान में रखें। यह सेना का व्यवसाय नहीं है कि हम राजनेताओं को बताएं कि हमें क्या करना चाहिए। ऐसे ही ये हमारा काम नहीं है कि हम आपको बताएं आप क्या करें क्या ना करें।
#WATCH P Chidambaram: DGP&Army General are being asked to support govt, it's a shame. Let me appeal to Genaral Rawat,you head the Army&mind your business. It's not business of Army to tell politicians what we should do, just as it's not our business to tell you how to fight a war pic.twitter.com/MgjkeSPBPn — ANI (@ANI) December 28, 2019
शाह कैसे दे सकते है राहुल गांधी को चुनौती: पी चिदंबरम
पी चिदंबरम ने आगे कहा कि अमित शाह को वापस जाना चाहिए और राज्यसभा और लोकसभा में बहस को सुनना चाहिए। उन्होंने एक भी सवाल का जवाब नहीं दिया और अब वह इस पर बहस के लिए श्रीराहुल गांधी को चुनौती दे रहे हैं। इस कानून के बारे में सब कुछ गलत है।
जानकारी के लिए बता दें कि विवादास्पद नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ अपने विरोध को तेज करते हुए केरल में कांग्रेस ने शनिवार को यहां राजभवन तक महा रैली निकाली, जिसमें पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी चिदंबरम सहित विभिन्न नेताओं ने भाग लिया।
#WATCH Chennai: Tamil Nadu Thowheed Jamath takes out protest march against #CitizenshipAmendmentAct pic.twitter.com/qC89KuZ1CA — ANI (@ANI) December 28, 2019
शहीद स्तंभ से शुरू हुई रैली का नेतृत्व चिदंबरम के अलावा केपीसीसी अध्यक्ष, मुल्लापल्ली रामचंद्रन, राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता रमेश चेन्निथला ने किया। सांसद और विधायक सहित पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने इसमें भाग लिया।
शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बंद की गई इंटरनेट सेवा
शुक्रवार को एक बार फिर उत्तर प्रदेश के कई जिलों में इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया गया था। हालांकि, शुक्रवार देर रात इन्हें फिर से बहाल कर दिया गया। दरअसल, इससे पहले हुई हिंसा को लेकर एतहात के तौर पर ये फैसला लिया गया था। इससे पहले शुक्रवार के ही दिन उत्तर प्रदेश के कई जिलों में काफी हिंसा हुई थी। इस दौरान करीब 18 लोगों की मौत भी हो गई थी।
भाजपा ने निकाली समर्थन रैली
असम बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को मोरीगांव जिले के जगरोड इलाके में नागरिकता संशोधन अधिनियम के समर्थन में चार किलोमीटर लंबी मेगा रैली निकाली। इस विशाल रैली का नेतृत्व मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल और राज्य मंत्री हिमंत बिस्वा सरमा कर रहे थे।
स्थानीय निवासियों, भाजपा कार्यकर्ताओं और समर्थकों सहित 50,000 से अधिक लोगों ने चार किलोमीटर लंबी इस रैली में भाग लिया, जो कि जगरोड कॉलेज खेल के मैदान से शुरू हुई थी और यहां के काइचुकी लोअर प्राइमरी स्कूल के खेल के मैदान में संपन्न हुई। सोनोवाल और सरमा सहित कई नेताओं ने भी यहां सभा को संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने ट्विटर पर कहा कि रैली में भाग लेने के बाद असम के लोग शांति और प्रगति चाहते हैं।