Move to Jagran APP

न नक्सली मानेंगे और न ही सरकार, शांति के लिए नागरिकों को करनी होगी पहल

रायपुर में तीन दिवसीय सम्मेलन में कहा गया कि अब वक्त आ गया है कि सिविल सोसाइटी पहल करे। लोगों को नक्सली मुद्दे पर जागरूक किया जाए।

By Arti YadavEdited By: Published: Mon, 11 Jun 2018 08:03 AM (IST)Updated: Mon, 11 Jun 2018 08:07 AM (IST)
न नक्सली मानेंगे और न ही सरकार, शांति के लिए नागरिकों को करनी होगी पहल
न नक्सली मानेंगे और न ही सरकार, शांति के लिए नागरिकों को करनी होगी पहल

रायपुर (अनिल मिश्रा)। नक्सल हिंसा से किसी को फायदा नहीं होने वाला। जिनके बेटे मर रहे, उनसे पूछिए। सरकार विकास के रास्ते हिंसा का हल तलाश रही है लेकिन विकास किसके लिए। जल, जंगल, जमीन के मसले हल क्यों नहीं किए जाते। यह चिंता रायपुर जिले के तिल्दा में आयोजित बुद्धिजीवियों के तीन दिवसीय सम्मेलन में दिखी।

loksabha election banner

गोंडी भाषा में मोबाइल समाचार सर्विस चलाने वाले सीजी नेट स्वर के संचालक शुभ्रांशु चौधरी के संयोजन में इसका आयोजन किया गया। इसका नाम विकल्प संगम दिया गया था। रविवार को संगम का समापन हुआ। सबने कहा-नक्सली भी हिंसा छोड़ने को तैयार नहीं हैं। हालांकि उन्होंने कभी बातचीत की संभावना को खारिज नहीं किया है। सरकार भी एक ओर बातचीत के लिए खुद को तैयार बताती है तो दूसरी ओर कोई पहल नहीं करती। अब वक्त आ गया है कि सिविल सोसाइटी पहल करे। लोगों को इस मुद्दे पर जागरूक किया जाए। जनमत का दबाव हो तो नक्सलियों को भी मानना पड़ेगा और सरकार को भी एक कदम पीछे होना होगा।

बोडो आंदोलन से मिली सीख

आयोजन में पूर्वोतर के राज्यों से भी आदिवासी प्रतिनिधि पहुंचे। आल बोडो स्टूडेंट यूनियन के लीडर प्रमोद बोरा ने बताया कि कैसे उनके सशस्त्र विद्रोह का हल निकला। राज्य भले नहीं मिला ऑटोनॉमस काउंसिल से कई अधिकार मिल गए। आदिवासी बड़ी संख्या में या तो मध्य भारत में हैं या पूर्वोत्तर के राज्यों में। दोनों तरफ के आदिवासी एक दूसरे की मदद करेंगे।

तेलंगाना से रायपुर तक पदयात्रा करेंगे आदिवासी लीडर

तेलंगाना के आदिलाबाद से आए आदिवासी नेताओं ने कहा कि नक्सलवाद उन्हीं के इलाके से बस्तर में आया। अब उनका इलाका तो शांत है पर उन्हीं के आदिवासी भाई संकट में हैं। वे वहां से रायपुर तक पदयात्रा करेंगे। उन्हीं रास्तों से जंगल में घुसेंगे जिनसे माओवादी 1980 के दशक में यहां आए थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.