Move to Jagran APP

उत्तराखंड में फिर घुसे चीनी सैनिक! प्रशासन को नहीं कोई जानकारी

उत्तराखंड के चमोली जिले में भारत-चीन सीमा पर एक बार फिर चीनी सैनिकों की घुसपैठ की चर्चा है। बताया जा रहा है कि चीनी सैनिकों ने यहां चरवाहों के टेंट जलाकर उन्हें खदेड़ दिया। हालांकि प्रशासनिक स्तर पर घटना की पुष्टि नहीं हुई है। चमोली के जिलाधिकारी एसए मुरुगेशन ने बताया कि ऐसा कोई भी मामला उनकी जानकारी में नहीं है। उत्तराखंड में चीनी घुसपैठ कोई नई

By Edited By: Published: Sat, 19 Jul 2014 11:48 PM (IST)Updated: Sun, 20 Jul 2014 07:33 AM (IST)
उत्तराखंड में फिर घुसे चीनी सैनिक! प्रशासन को नहीं कोई जानकारी

चमोली। उत्तराखंड के चमोली जिले में भारत-चीन सीमा पर एक बार फिर चीनी सैनिकों की घुसपैठ की चर्चा है। बताया जा रहा है कि चीनी सैनिकों ने यहां चरवाहों के टेंट जलाकर उन्हें खदेड़ दिया। हालांकि प्रशासनिक स्तर पर घटना की पुष्टि नहीं हुई है। चमोली के जिलाधिकारी एसए मुरुगेशन ने बताया कि ऐसा कोई भी मामला उनकी जानकारी में नहीं है।

loksabha election banner

उत्तराखंड में चीनी घुसपैठ कोई नई बात नहीं है। पिछले माह ही एक चीनी हेलीकॉप्टर भी चमोली में देखा गया था। ताजा मामला चमोली जिले की नीती घाटी का है। इलाके में इन दिनों चरवाहे ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बने घास के मैदानों में अपने मवेशियों के साथ डेरा डाले हुए हैं। बीती 15 जुलाई को बाड़ाहेती के तांझला क्षेत्र में रह रहे तकरीबन 20 चरवाहों पर अचानक चीनी सैनिकों ने धावा बोल दिया। बताया जा रहा है कि इन सैनिकों ने चरवाहों के टेंट आग के हवाले कर दिए और उन्हें मारपीट कर वहां से भगा दिया। जोशीमठ के प्रभारी एसडीएम एमएस भंडारी ने बताया कि अभी उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। भंडारी ने बताया कि मामले की सच्चाई पता लगाई जाएगी। चीनी सैनिकों के कई बार उत्तराखंड से लगने वाली भारतीय सीमा में घुसपैठ की खबरें आई हैं लेकिन कभी दोनों पक्षों के बीच टकराव की स्थिति नहीं बनी है।

पढ़ें: चीनी सैनिकों की दादागिरी, घुसपैठ के बाद जारी किया विवादित नक्शा

चीनी सैनिकों ने फिर लांघी हद, सुरक्षाबलों ने वापस भेजा


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.