Move to Jagran APP

चीन को किसी दूसरे देश की 'एनएसजी' सदस्‍यता पर आपत्ति नहीं, बशर्तें...

भारत एनएसजी की सदस्यता के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है, लेकिन चीन और न्यूजीलैंड जैसे देशों के विरोध के कारण अभी ऐसा संभव नहीं हो पाया है।

By Tilak RajEdited By: Published: Mon, 08 May 2017 10:42 AM (IST)Updated: Mon, 08 May 2017 10:42 AM (IST)
चीन को किसी दूसरे देश की 'एनएसजी' सदस्‍यता पर आपत्ति नहीं, बशर्तें...
चीन को किसी दूसरे देश की 'एनएसजी' सदस्‍यता पर आपत्ति नहीं, बशर्तें...

नई दिल्‍ली, एएनआइ। भारत के परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) में प्रवेश करने पर राजनयिक रूप से अपनी राय रखने के लिए चीन ने कहा है कि वो किसी भी देश की सदस्यता का विरोध नहीं करता है। हालांकि, प्रवेश के लिए मानक पहले से सहमत होना चाहिए।

loksabha election banner

यूनाइटेड सर्विस इंस्‍टीट्यूट ऑफ इंडिया में राजदूत लुओ झाहुई ने कहा, 'परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) के मुद्दे पर, हम किसी भी देश की सदस्यता का विरोध नहीं करते हैं, यह विश्वास करते हुए कि वो सदस्‍यता के लिए मानकों पर पहले से सहमत होना चाहिए।'

बीजिंग का कहना है कि एनएसजी में नई दिल्ली का प्रवेश अन्य सदस्यों द्वारा सहमति के सिद्धांतों के आधार पर होना चाहिए। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जींग शुआंग ने कहा, 'हम टू-स्‍टेप अप्रोज से जुड़े हुए हैं। पहला स्‍टेप एनएसजी सदस्यों को गैर-एनपीटी (परमाणु हथियारों का अप्रसार) देश के समूह में प्रवेश के लिए तय सिद्धांतों को पूरा करना पड़ता है। दूसरा, फिर विशिष्ट मामलों की चर्चाओं को आगे बढ़ाने की जरूरत होती है। भारत के अलावा, अन्य गैर-एनपीटी देश भी आवेदन कर रहे हैं। हम सभी आवेदनों को एक समान दृष्टि से देखते हैं।  

बता दें कि भारत एनएसजी की सदस्यता के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है, लेकिन चीन और न्यूजीलैंड जैसे देशों के विरोध के कारण अभी ऐसा संभव नहीं हो पाया है। परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) परमाणु आपूर्तिकर्ता देशों का एक समूह है जो परमाणु हथियारों के निर्माण के लिए इस्तेमाल किए जा सकने वाले सामग्रियों, उपकरणों और प्रौद्योगिकी के नियंत्रण को नियंत्रित करके परमाणु प्रसार को रोकने के लिए प्रयास करते हैं।

इसे भी पढ़ें: इर्दोगन ने कश्‍मीर पर पाक से वार्ता को बताया जरूरी, NSG पर किया समर्थन 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.