दक्षिण चीन सागर को लेकर चीन और ऑस्ट्रेलिया में ट्विटर पर संग्राम, चीनी दावे को बताया गैरकानूनी
ऑस्ट्रेलियाई उच्चायुक्त बैरी ओफैरेल ने भारतीय विदेश मंत्री को संबोधित ट्वीट संदेश में कहा चीन की हरकत अस्थिरता और तनाव पैदा करने वाली है।
बीजिंग, एपी। दक्षिण चीन सागर पर अमेरिका के एक बयान को लेकर चीन और ऑस्ट्रेलिया के राजनयिकों में ट्विटर पर जंग छिड़ गई है। अमेरिकी बयान में कहा गया था कि दक्षिण चीन सागर पर चीन का कोई कानूनी अधिकार नहीं बनता। ऑस्ट्रेलियाई राजनयिक ने इस बयान का समर्थन कर ट्वीट किया, तो चीन भड़क उठा।
ऑस्ट्रेलिया ने हाल ही में संयुक्त राष्ट्र में प्रतिवेदन दाखिल कर दक्षिण चीन सागर पर चीन के दावे को गैरकानूनी करार दिया है। इसके बाद से चीन ऑस्ट्रेलिया को लेकर और भड़क गया है। गुरुवार को नई दिल्ली में ऑस्ट्रेलियाई उच्चायुक्त बैरी ओफैरेल ने भारतीय विदेश मंत्री को संबोधित ट्वीट संदेश में कहा, चीन की हरकत अस्थिरता और तनाव पैदा करने वाली है।
इसके जवाब में नई दिल्ली में चीन के राजदूत सुन वीडोंग ने शुक्रवार को ट्वीट कर आरोप लगाया कि ओफैरेल तथ्यों का अपमान कर रहे हैं। वीडोंग ने कहा, यह स्पष्ट है कि कौन शांति और स्थिरता को महत्व दे रहा है और कौन क्षेत्र में अस्थिरता पैदा कर रहा है और तनाव बढ़ा रहा है।
ओफैरेल के संदेशों को भारतीय सोशल मीडिया में मिला समर्थन
ओफैरेल भी शांत नहीं रहे और उन्होंने दोबारा ट्वीट में कहा, चीन को 2016 के अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के फैसले का सम्मान करना चाहिए जिसमें उसके सारे दावों को खारिज कर दिया गया। चीनी राजदूत ने यह कहकर इसका जवाब दिया कि वह आदेश गैरकानूनी था और वह बाध्यकारी नहीं है। ओफैरेल के संदेशों को भारतीय सोशल मीडिया में भारी समर्थन मिला। इससे भारत सरकार पर भी दबाव बना कि वह चीन के साथ चल रहे सीमा विवाद में कड़ा रुख बनाए रखे।
गौरतलब है कि दक्षिण चीन सागर में चल रहे तनाव के बीच अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया की नेवी ने संयुक्तरूप से गश्त शुरू कर दिया है इसकी वजह से भी चीन काफी चिढ़ा हुआ है। इस इलाके में अमेरिका के दो एयरक्राफ्ट कैरियर इस इलाके में लगातार गश्त कर रहे हैं। पिछले कुछ दिनों में अमेरिका दो बार दक्षिण चीन सागर में अभ्यास कर चुका है।