Move to Jagran APP

Masood Azhar पर भारत ने कहा, चीन भी जानता है आतंकवाद एक चुनौती है और पाकिस्तान इसकी पनाहगाह

सूत्र के हवाले से खबर है - भारत ने कहा कि हम धैर्य दिखाएंगे और पूरी तरह आशावादी हैं कि मसूद अजहर को ग्लोबल टेररिस्ट के लिए नामित किया जाएगा।

By Digpal SinghEdited By: Published: Sat, 16 Mar 2019 11:59 AM (IST)Updated: Sat, 16 Mar 2019 12:01 PM (IST)
Masood Azhar पर भारत ने कहा, चीन भी जानता है आतंकवाद एक चुनौती है और पाकिस्तान इसकी पनाहगाह
Masood Azhar पर भारत ने कहा, चीन भी जानता है आतंकवाद एक चुनौती है और पाकिस्तान इसकी पनाहगाह

नई दिल्ली, एजेंसी। Pulwama Terror Attack के मास्टरमाइंड मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र से वैश्विक आतंकवादी घोषित कराने में भले ही सफलता हाथ न लगी हो, लेकिन भारत इसके लिए आशान्वित है। भारत ने कहा, चीन भी जानता है कि आतंकवादी एक प्रमुख चुनौती है और यह पाकिस्तान की धरती से चल रहा है।

prime article banner

सूत्र के अनुसार यूएनएससी में मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी के रूप में नामित करने की मुहिम को वीटो से खारिज करने के चीन के फैसले से भारत निराश है। भारत ने कहा कि हम अब भी मंजूरी समिति के सदस्यों के साथ काम कर रहे हैं। हम इसको बहुत बड़ी बात नहीं मान रहे हैं। इस मामले को लंबित किया गया है न कि खारिज। हम इसको लेकर आशावान है।

सूत्र के हवाले से भारत ने कहा कि हम धैर्य दिखाएंगे और पूरी तरह आशावादी हैं कि मसूद अजहर को ग्लोबल टेररिस्ट के लिए नामित किया जाएगा। ऐसे कई मुद्दे हैं, जिन्हें चीन द्वारा पाक के साथ हल करना है। भारत को 14 सदस्यों का मजबूत समर्थन प्राप्त है। चीन भी जानता है कि आतंकवाद एक चुनौती है और वे ये भी जानते हैं कि यह पाकिस्तान की धरती से संचालित हो रहा है।

भारत ने कहा, भारत को अमेरिका का समर्थन हासिल है और उसने आश्वासन दिया है कि पाकिस्तान कार्रवाई करेगा। भारत ने इस्तेमाल किए गए हथियारों पर अमेरिका के साथ चिंताओं को उठाया है। अमेरिका ने भारत की सराहना की है। चीन के पास इस बात की भी पूरी जानकारी है कि पाकिस्तान में चीन के खिलाफ काम करने वाले समूह हैं।

अमेरिका, फ्रांस और यूके ने चीन पर डाला दबाव 
जैश-ए-मुहम्मद के सरगना मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र में घेरने की तैयारी तेज हो गई है। जानकारी के अनुसार अमेरिका, फ्रांस और यूके ने इसे लेकर चीन के साथ बातचीत की। इस दौरान तीनों देशों ने चीन से कहा कि वह मसूद के खिलाफ आवाज उठाने में उनकी मदद करे। बता दें कि चीन ने एक बार फिर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अजहर को ग्लोबल आतंकी घोषित होने बचा लिया था। यह चौथी बार ऐसा मौका था जब चीन ने वीटो का इस्तेमाल उसे बचा लिया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.