आपसी विवादों को खत्म कर सकती है संस्थागत मध्यस्थता: CJI
भारत के मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा ने कहा कि संस्थागत मध्यस्थता विवादों को सुलझा सकते हैं।
नई दिल्ली (एएनआई): भारत के मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा ने कहा कि संस्थागत मध्यस्थता विवादों को सुलझा सकती है। वे आज 'वैश्वीकरण के दौर में मध्यस्थता' विषय पर आयोजित एक सेमिनार को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा, 'अर्थशास्त्र का सिद्धांत मूल रूप से कहता है कि विश्वास के कारण अर्थव्यवस्था बढ़ती है और वह विश्वास विवाद के बावजूद पैदा होता है। यह केवल संस्थागत मध्यस्थता ही है, जो विवादों को खत्म कर सकता है। मेरा मानना है कि भरोसेमंद, निष्पक्ष और त्वरित मध्यस्थता अदालतों के हस्तक्षेप को कम कर सकती है।' उन्होंने कहा कि अगर विश्वास और न्यायकर्ता निष्पक्ष होगा और फैसले लेने की प्रक्रिया में तेजी होगी।
इससे पहले 5 नवंबर को मुंबई में एक कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते वक्त उन्होंने कहा था कि भविष्य में मध्यस्थता की दुनिया में भारत का एक महत्वपूर्ण स्थान होगा। वहीं, मुंबई में हुए एक दूसरे कार्यक्रम में उन्होंने यह भी कहा कि सभी को ‘समझौते की संस्कृति' पर विश्वास करना चाहिए, जिसकी महात्मा गांधी ने भी वकालत की थी।