Move to Jagran APP

Chhattisgarh : स्पेशल कमांडो की निगरानी में इस नक्सल प्रभावित क्षेत्र में बिछेगी रेल लाइन

सरकार सर्वाधिक नक्सल प्रभावित बस्तर में स्पेशल कमांडो की निगरानी में रेल लाइन विस्तार का काम करवाएगी।

By Manish PandeyEdited By: Published: Sat, 15 Jun 2019 10:28 AM (IST)Updated: Sat, 15 Jun 2019 10:28 AM (IST)
Chhattisgarh : स्पेशल कमांडो की निगरानी में इस नक्सल प्रभावित क्षेत्र में बिछेगी रेल लाइन
Chhattisgarh : स्पेशल कमांडो की निगरानी में इस नक्सल प्रभावित क्षेत्र में बिछेगी रेल लाइन

श्रीशंकर शुक्ला, रायपुर। देश के सर्वाधिक नक्सल प्रभावित बस्तर में अधोसंचरना विकास का काम करना सरकार के लिए बड़ी चुनौती है। यहां सड़क, पुल निर्माण का काम नक्सली होने नहीं दे रहे हैं। रेलवे की सबसे महत्वाकांक्षी रावघाट रेल परियोजना भी यहीं प्रस्तावित है। नक्सल हिस्सा की वजह से इस परियोजना का काम अटका पड़ा था। लेकिन अब सरकार ने इसे पूरा करने के लिए कमर कस ली है। अब स्पेशल कमांडो की निगरानी में यहां रेल लाइन विस्तार का काम चलेगा।

prime article banner

छत्तीसगढ़ में पहली बार आरपीएफ के कमांडो बस्तर में रेल लाइन का काम पूरा करने के लिए मोर्चे पर उतरेंगे। रावघाट रेल परियोजना के तहत 235 किलोमीटर में पटरी बिछाने का काम चल रहा है। यह दो हिस्से में है। ईस्ट कोस्ट रेलवे के वाल्टियर डिविजन अंतर्गत बस्तर रेल लाइन प्राइवेट द्वारा जगदलपुर से रावघाट तक 140 किलोमीटर और दल्लीराजहरा से रावघाट तक रेल विकास निगम द्वारा पटरी बिछाने का काम किया जा रहा है।

रेल विकास निगम ने दल्ली राजहरा से केंवटी तक 43 किलोमीटर तक पटरी बिछाने का काम कर लिया है। रेलवे ने केंवटी तक ट्रेन का परिचालन भी शुरू कर दिया है। आरबीएनएल ने केंवटी के आगे काम शुरू कर दिया है। बीते दिनों आरपीएफ डीजी जगदलपुर दौरे पर आए थे। डीजी ने नक्सली वारदातों को देखते हुए रेल लाइन पर आरपीएफ की चार कंपनी की तैनाती की हरी झंडी दी।

किरंदुल, बचेली, दंतेवाड़ा में होगी तैनाती

आरपीएफ के अधिकारी ने बताया कि ईस्ट कोस्ट रेलवे अंतर्गत वाल्टियर डिविजन में किरंदुल, दंतेवाड़ा, बचेली, कामालूर आदि नक्सल इलाकों में पटरी बिछाने का काम होगा इसलिए आरपीएफ की तीन कंपनी तैनात होंगी। एक कंपनी रायपुर मंडल अंतर्गत भानुप्रतापपुर, केंवटी आदि नक्सल इलाकों में तैनात की जाएगी। एक कंपनी में 120 कमांडो होते हैं। रेलवे सूत्रों के अनुसार आठ माह के भीतर तड़ोके और अंतागढ़ तक पटरी बिछाने का लक्ष्य रखा गया है।

कांकेर में जवानों को मिलेगी जंगलवार की ट्रेनिंग

दिल्ली से आने वाली आरपीएफ की कंपनी को कांकेर में जंगलवार की ट्रेनिंग दी जाएगी। यह ट्रेनिंग करीब 45 दिनों की होगी, इसके बाद कमांडो को नक्सल इलाकों में तैनात किया जाएगा। अधिकारियों का मानना है कि सितंबर में कमांडो को मोर्चा लेने के लिए तैनात कर दिया जाएगा।

इतनी लागत से हो रहा काम

योजना के पहले चरण में दल्लीराजहरा से रावघाट के बीच दक्षिण की ओर 95 किलोमीटर रेल लाइन बिछाई जा रही है। प्रस्तावित नई रेल लाइन बैलाडीला और रावघाट माइंस को भिलाई से जोड़ेगी। इसके निर्माण में 631.78 करोड़ रुपये लागत आने का अनुमान है। इसी तरह रावघाट से जगदलपुर के बीच 140 किलोमीटर रेल लाइन बिछाने का काम बस्तर रेल प्राइवेट लिमिटेड द्वारा किया जा रहा है। इसकी लागत 664.31 करोड़ रुपये है।

इनका कहना है

रायपुर के मंडल सुरक्षा आयुक्त अनुराग मीणा का कहाना है कि सरकार की सबसे महत्वाकांक्षी रावघाट परियोजना अंतर्गत पटरी बिछाने का काम चल रहा है। सुरक्षा के लिए पहली बार आरपीएफ कमांडो तैनात किए जाएंगे। कमांडो की चार कंपनियां आ रही हैं, जिनमें तीन कंपनियां ईस्ट कोस्ट के वाल्टियर डिविजन में तथा एक कंपनी रायपुर मंडल अंतर्गत भानुप्रातपुर, केंवटी आदि जगहों पर तैनात की जाएगी।

लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.