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छत्तीसगढ़ : महात्मा गांधी पर अमर्यादित टिप्पणी करने वाले कालीचरण महाराज कोर्ट में पेश, दो दिन की हिरासत में भेजा गया

महात्मा गांधी पर अमर्यादित टिप्पणी करने वाले कालीचरण महाराज को छत्तीसगढ़ पुलिस ने रायपुर की अदालत में पेश किया । बता दें कि छत्तीसगढ़ पुलिस ने आज सुबह ही खजुराहो (मध्य प्रदेश) से उन्हें गिरफ्तार किया है ।

By TaniskEdited By: Published: Thu, 30 Dec 2021 07:27 PM (IST)Updated: Thu, 30 Dec 2021 07:27 PM (IST)
छत्तीसगढ़ : महात्मा गांधी पर अमर्यादित टिप्पणी करने वाले कालीचरण महाराज कोर्ट में पेश, दो दिन की हिरासत में भेजा गया
महात्मा गांधी पर अमर्यादित टिप्पणी करने वाले कालीचरण महाराज कोर्ट में पेश। (फोटो- एएनआइ)

जागरण टीम, नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ के रायपुर में आयोजित धर्म संसद में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पर अमर्यादित टिप्पणी करने वाले कालीचरण को रायपुर पुलिस ने गुरुवार को मध्य प्रदेश के खजुराहो से गिरफ्तार कर लिया। देर शाम उन्हें रायपुर के टिकरापारा थाना लाया गया। इसके बाद पुलिस लाइन में मेडिकल करवाने के बाद न्यायालय में पेश किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में कालीचरण समर्थक न्यायालय परिसर में पहुंच गए और उनकी गिरफ्तारी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रशासन उन्हें समझाने का प्रयास कर रहा है। मगर समर्थक वहां डटे हुए हैं। दो दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया है। 

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इस बीच किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए भारीसंख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। उधर, कालीचरण महाराज की गिरफ्तारी के तरीके पर मध्य प्रदेश के गृह मंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा ने आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने अंतरराज्यीय प्रोटोकाल का उल्लंघन किया। एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि कालीचरण को मध्य प्रदेश के खजुराहो से 25 किलोमीटर दूर बागेश्वर धाम केपास से तड़के चार बजे गिरफ्तार किया गया है। कालीचरण वहां एक निजी लाज में किराये पर कमरा लेकर रह रहे थे। रायपुर पुलिस शाम करीब सात बजे उन्हें लेकर टिकरापारा थाना पहुंची।

मध्य प्रदेश के गृह मंत्री ने जताई आपत्ति

कालीचरण महाराज की गिरफ्तारी के तरीके पर मध्य प्रदेश के गृह मंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा ने आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार को अंतरराज्यीय प्रोटोकाल का उल्लंघन नहीं करना चाहिए था। उन्हें सूचना देनी चाहिए थी। छत्तीसगढ़ सरकार चाहती तो उन्हें नोटिस देकर बुला सकती थी। डा. नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि उन्होंने मध्य प्रदेश के डीजीपी से कहा है कि वे छत्तीसगढ़ के डीजीपी से चर्चा कर गिरफ्तारी के तरीके पर आपत्ति दर्ज करवाएं। इसके बाद प्रदेश में बयानबाजी का भी दौर चला।

ट्विटर पर छिड़ी लड़ाई

डा. नरोत्तम मिश्रा की आपत्ति के बाद छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट कर कहा कि नरोत्तम मिश्रा बताएं कि गांधीजी को अपशब्द कहने वाले की गिरफ्तारी से खुश हैं या दुखी? नियम के तहत कार्रवाई हुई है। वहीं, जवाब में नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि एक बाबा को पकड़ने के लिए आपने गलत तरीका अपना लिया। कालीचरण ने जो कहा वह गलत है। आपको पहले स्थानीय पुलिस को बताना था। न पहले बताया और न बाद में बताया। ट्विटर से आप सूचना दे रहे हो। मैं इस तरीके को अच्छा नहीं मानता। वहीं, मध्य प्रदेश के कांग्रेस अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेन्द्र सलूजा ने कहा कि कायदे से मध्य प्रदेश पुलिस को कालीचरण को गिरफ्तार करना चाहिए था, लेकिन लगता है कि शिवराज सरकार उन्हें संरक्षण दे रही थी।


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