छत्तीसगढ़ पुलिस ने मार गिराया भाजपा विधायक भीमा मंडावी की हत्या में शामिल एक नक्सली
दंतेवाड़ा एसपी अभिषेक पल्लव ने बताया कि हिरोली के वन क्षेत्र के पास जिला रिजर्व गार्ड के साथ एक्सचेंज ऑफ फायर में एक नक्सली मारा गया है। उन्होंने बताया कि ये नक्सली भाजपा विधायक भ
दंतेवाड़ा, एएनआइ। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा में पिछले महीने नक्सलियों ने भाजपा के काफिले पर हमला कर दिया था। उन्होंने विधायक भीमा मंडावी का वाहन आइईडी (इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) विस्फोट कर उड़ा दिया था। इसमें मंडावी की मौत हो गई, जबकि उनकी सुरक्षा में तैनात चार जवान शहीद हो गए। अब इस लेकर दंतेवाड़ा एसपी, अभिषेक पल्लव ने बताया कि हिरोली के वन क्षेत्र के पास जिला रिजर्व गार्ड के साथ एक्सचेंज ऑफ फायर में एक नक्सली मारा गया है। उन्होंने बताया कि ये नक्सली भाजपा विधायक भीमा मंडावी पर हमले करने वाले गुट में शामिल था।
बता दें कि BJP काफिले और भाजपा विधायक की गाड़ी को प्रदेश में प्रथम चरण के मतदान का प्रचार थमने से कुछ समय पहले निशाना बनाया गया था। विधायक दंतेवाड़ा से चुनावी बैठक कर लौट रहे थे। जानकारी के मुताबिक मंडावी कुआकोण्डा ब्लॉक के श्यामगिरी गांव में चुनावी सभा को संबोधित करने के बाद नकुलनार लौट रहे थे। इसी दौरान सड़क पर नक्सलियों द्वारा लगाए गए लैंडमाइंस के ऊपर से उनका बुलेट प्रूफ वाहन गुजरा और विस्फोट हो गया। इसमें वाहन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। इस घटना में मंडावी की मौके पर ही मौत हो गई। वाहन में चार जवान भी सवार थे, जो शहीद हो गए।
गौरतलब है कि भाजपा विधायक के काफिले के पीछे तीन और वाहन चल रहे थे, जिनमें जवान सवार थे। हमले के तुरंत बाद नक्सलियों ने फायरिंग की। जवानों ने जवाब दिया तो वह भाग खड़े हुए। इस दौरान वह जवानों के तीन हथियार लूट ले गए। हालांकि बाद में उस जगह को फोर्स ने पूरे तरीके से अपने कब्जे में ले लिया।
2008 में पहली बार विधायक बने थे मंडावी
मंडावी 2008 में दंतेवाड़ा सीट से पहली बार विधायक बने थे। 2013 में कांग्रेस प्रत्याशी देवती कर्मा से हार गए थे। 2018 में वह फिर जीते। वह बस्तर संभाग से भाजपा के इकलौते विधायक थे। विधानसभा में उप नेताप्रतिपक्ष और भाजपा के आदिवासी युवा मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी थे।
कौन थे भीमा मंडावी
भीमा मंडावी विधानसभा में भाजपा विधायक दल के उपनेता हैं। मंडावी दूसरी बार विधायक चुने गए हैं। दंतेवाड़ा जिले के गदापाल निवासी मंडावी 2008 में विधायक चुने गए थे। 2013 का विधानसभा चुनाव वे देवती कर्मा से हार गए थे, लेकिन 2018 में पार्टी ने फिर से उन्हें टिकट दिया।
इस बार उन्होंने देवती कर्मा को 2071 वोटों से मात दी थी। भीमा को कुल 37 हजार 744 वोट मिले थे, जबकि देवती को 35 हजार 673 वोट। 2002 में स्नातक की डिग्री हासिल करने वाले भीमा पेशे से किसान थे। भीमा के परिवार में माता- पिता और पत्नी ओजस्वी मंडावी के अलावा एक पुत्र खिलेंद्र मंडावी है।
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