छत्तीसगढ़ पुलिस की मुहिम से उप्र, गुजरात और राजस्थान में भी टूटी 'चुप्पी'
लॉकडाउन के दौरान घरेलू हिंसा की मिल रही शिकायतों को लेकर छत्तीसगढ़ की रायपुर पुलिस की चुप्पी तोड़ो मुहिम सोशल मीडिया छा गई है।
रायपुर, राज्य ब्यूरो। लॉकडाउन के दौरान घरेलू हिंसा की मिल रही शिकायतों को लेकर छत्तीसगढ़ की रायपुर पुलिस की 'चुप्पी तोड़ो मुहिम' सोशल मीडिया छा गई है। छत्तीसगढ़ ही नहीं उत्तर प्रदेश, गुजरात और राजस्थान जैसे राज्यों से भी शिकायतें आ रही हैं। उत्तर प्रदेश और गुजरात से दो व्यक्तियों ने ससुराल पक्ष के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। गुहार लगाई कि मायके गई पत्नी की घर वापसी करा दो साहब।
दूसरे राज्यों के मामले संबंधित जिलों के पुलिस कप्तान को की जा रही फारवर्ड
उत्तरप्रदेश के कासगंज जिले के एक व्यक्ति नारायण दास (बदला हुआ नाम) ने शिकायत दर्ज कराई कि पत्नी तीन साल से मायके में रह रही है। कई कोशिशों के बाद भी घर नहीं लौट रही। उसका कहना है-पत्नी मायके में अवैध कच्ची शराब बेचती है। समझाया कि गलत काम बंद करके घर आकर रहो, लेकिन मान नहीं रही। उसकी वजह से मेरी बदनामी भी हो रही है। इस मामले को रायपुर पुलिस ने कासगंज पुलिस को भेज दिया। इसी तरह अन्य शिकायतें भी आ रही हैं।
दसवें दिन तक फोन पर 544 और वाट्सएप पर 20 शिकायतें
एसएसपी आरिफ शेख ने बताया कि रायपुर पुलिस ने लॉकडाउन के 42 दिनों के भीतर घरेलू हिंसा की लगातार मिल रही शिकायतों को देखते हुए 29 अप्रैल से चुप्पी तोड़ मुहिम की शुरुआत की गई। मुहिम के दसवें दिन तक फोन पर 544 और वाट्सएप पर 20 शिकायतें पुलिस तक आई हैं। इनमें 67 पुरुष और 477 महिलाओं की शिकायतें हैं। 43 शिकायतकर्ताओं के घर जाकर पुलिस ने समझाया। दो शिकायतों पर एफआइआर दर्ज कर गिरफ्तारी की और पांच के खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की। राज्य के बाहर की शिकायतों को संबंधित जिलों के पुलिस कप्तान के सीयूजी नंबर पर फारवर्ड कर दिया गया।