Chhattisgarh: मुखबिरी नहीं करने की चेतावनी देकर नक्सलियों ने 34 बंधक ग्रामीणों को छोड़ा
छत्तीसगढ़ में नक्सलियों ने सुकमा जिले के कुंदेड़ गांव से अगवा किए गए नौ ग्रामीणों समेत उन्हें छुड़ाने गए 25 अन्य ग्रामीणों को सकुशल रिहा कर दिया है। नक्सलियों ने जनअदालत लगाकर सभी को पुलिस की मुखबिरी नहीं करने की सख्त चेतावनी दी है।
सुकमा, राज्य ब्यूरो। छत्तीसगढ़ में नक्सलियों ने सुकमा जिले के कुंदेड़ गांव से अगवा किए गए नौ ग्रामीणों समेत उन्हें छुड़ाने गए 25 अन्य ग्रामीणों को सकुशल रिहा कर दिया है, लेकिन इसके पहले नक्सलियों ने तोलावर्ती इलाके में जनअदालत लगाकर सभी को पुलिस की मुखबिरी नहीं करने की सख्त चेतावनी दी है और कहा है कि यह उनके लिए आखिरी मौका है। मंगलवार की रात सभी ग्रामीण अपने घरों को पहुंच गए, जिसके बाद स्वजन और पुलिस प्रशासन ने राहत की सांस ली।
नक्सलियों ने छुड़ाने गए 25 ग्रामीणों को बना लिया था बंधक
नक्सलियों ने 17 जुलाई को दो और 18 जुलाई को कुंदेड़ के सात ग्रामीणों को अगवा कर लिया था। एक दिन बीतने के बाद भी जब वे घर नहीं लौटे तो उन्हें छुड़ाने के लिए 25 अन्य ग्रामीण भी जंगल गए थे। इन्हें भी नक्सलियों ने बंधक बना लिया था।
सर्व आदिवासी समाज ने कहा- सभी ग्रामीणों को नक्सलियों ने कर दिया रिहा
घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस जब कुंदेड़ पहुंची तो गांव में केवल महिलाएं मिलीं। इसके बाद से पुलिस ग्रामीणों की तलाश में जुटी हुई थी। एसपी सुनील शर्मा ने बताया कि मंगलवार की रात सभी ग्रामीण अपने घर पहुंच गए हैं। ग्रामीणों से अभी विस्तार से चर्चा नहीं हो पाई है। सर्व आदिवासी समाज के युवा प्रकोष्ठ अध्यक्ष रामदेव बघेल ने भी पुष्टि करते हुए बताया कि मंगलवार की रात आठ बजे सभी ग्रामीणों को नक्सलियों ने रिहा कर दिया है।
ग्रामीणों को नक्सलियों ने छोड़ दिया
ग्रामीणों को मंगलवार की रात नक्सलियों ने छोड़ दिया है। सभी गांव लौट आए हैं। अगवा करने के पीछे क्या कारण है, इसके बारे में बताया लगाया जा रहा है- सुनील शर्मा, एसपी, सुकमा।