निशाने पर थे कर्मा, हमले के पीछे जोगी-लखमा नहीं
जीरम घाटी में कांग्रेस नेताओं के काफिले पर हुए हमले को लेकर नक्सलियों ने एक और विज्ञप्ति भेजी है। इसमें उन्होंने बताया है कि माओवादियों के निशाने पर सिर्फ वरिष्ठ कांग्रेस नेता महेंद्र कर्मा थे। इसके अलावा इस घटना में पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी व कवासी लखमा पर षडयंत्र रचने की बात सरासर गलत है। दरभा डि
सुकमा, [ब्यूरो]। जीरम घाटी में कांग्रेस नेताओं के काफिले पर हुए हमले को लेकर नक्सलियों ने एक और विज्ञप्ति भेजी है। इसमें उन्होंने बताया है कि माओवादियों के निशाने पर सिर्फ वरिष्ठ कांग्रेस नेता महेंद्र कर्मा थे। इसके अलावा इस घटना में पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी व कवासी लखमा पर षड्यंत्र रचने की बात सरासर गलत है।
दरभा डिवीजनल कमेटी के सचिव की तरफ से गुरुवार को जारी विज्ञप्ति में कहा गया कि कुछ दिन पहले जगदलपुर दूरदर्शन केंद्र पर हुए हमले में उनकी किसी भी कमेटी का हाथ नहीं है। यह बस पुलिस द्वारा क्षेत्र में ज्यादा फोर्स मंगाने के लिए प्रायोजित किया गया था। नक्सली हमले में कई बेगुनाह भी मारे गए हैं, जिनके प्रति हमने पहले भी खेद व्यक्त किया था और अब फिर कर रहे हैं। नक्सली नेता ने कहा कि राहत शिविरों में रह रहे सभी 23 हजार ग्रामीण वापस अपने गांव लौट जाएं क्योंकि शिविरों में रोजगार के अभाव में रह रहे लोगों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। जारी विज्ञप्ति में कहा गया कि सुकमा कलेक्टर के नाम से हमने कोई भी पत्र जारी नहीं किया है। इसमें किसी शरारती तत्व का हाथ है।
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