छत्तीसगढ़ लहूलुहान, शिंदे अमेरिकी मेहमान, कांग्रेस में भी उठे सवाल
जब नक्सली हमले से पूरा देश जल रहा था, उस वक्त देश के गृह मंत्री विदेश में अपनी छुंिट्टयां मना रहे थे। इस बात को लेकर पहले से ही गृहमंत्री विवादों के घेरे में थे और अब कांग्रेस भी उनपर सवाल उठा रहे हैं। पार्टी प्रवक्ता भक्तचरण दास ने दो टूक कहा कि इस वक्त कोई भी दौरा अहमियत नहीं रखता।
नई दिल्ली। जब नक्सली हमले से पूरा देश जल रहा था, उस वक्त देश के गृह मंत्री विदेश में अपनी छुंिट्टयां मना रहे थे। इस बात को लेकर पहले से ही गृहमंत्री विवादों के घेरे में थे और अब कांग्रेस में भी उन पर सवाल उठ रही है। पार्टी प्रवक्ता भक्तचरण दास ने दो टूक कहा कि इस वक्त कोई भी दौरा अहमियत नहीं रखता। उन्हें तुरंत वापस लौट आना चाहिए था। गौरतलब है कि गृहमंत्री आज स्वदेश लौट रहे हैं।
अब नक्सलियों के निशाने पर छत्तीसगढ़ सरकार
दास ने मंगलवार को कहा कि गृह राज्य मंत्री आरपीएन सिंह के पास पूरी शक्तियां हैं और वह हालात से निपट रहे हैं। आधिकारिक यात्रा पूरी होने के बाद शिंदे के अलावा अमेरिका गई गृह मंत्रालय की टीम के अन्य सदस्य 22 मई को लौट आए थे। दूसरी ओर, भाजपा प्रवक्ता मीनाक्षी लेखी ने अमेरिका से ही हालात पर नजर रखने की शिंदे की सफाई खारिज करते हुए कहा, अगर आप चंद्रमा पर बैठ सकते हैं और कहें कि हम वहां से सब पर नजर रख रहे हैं, लेकिन जिस पर हालात के नियंत्रण की जिम्मेदारी है और जिसे कमान संभालने के लिए यहां होना चाहिए, उस शख्स से ऐसी उम्मीद नहीं की जा सकती।
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लेखी के अनुसार इतनी बड़ी घटना के बावजूद चार दिन से गृह मंत्री निजी यात्रा पर हैं जबकि उनके साथ आधिकारिक यात्रा पर गए बाकी लोग लौट आए हैं। लेखी ने आगाह किया कि जब जमीनी हालात हर मिनट बदल रहे हैं तो कांग्रेस को ज्यादा सावधान होना चाहिए कि ऐसी मुश्किलों से कैसे निपटा जाए। उनके मुताबिक, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी के हमले के बाद राज्य के दौरे से ज्यादा मकसद हल नहीं होता। उन्होंने सवाल दागा कि सोनिया कोई आधिकारिक व्यक्ति तो नहीं हैं, नक्सली हमले को लेकर क्या होना चाहिए और कैसे निपटा जाए, इस बारे में शायद ही उन्हें कोई ज्ञान हो।
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