छत्तीसगढ़ के शराब कारोबारी की सात करोड़ की संपत्ति ईडी ने की सीज, बैंकों से की थी धोखाधड़ी
शराब कारोबारी की कंपनी वेदित फेराइट मूवर्स ने सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया एक्सिस बैंक और पंजाब नेशनल बैंक को गलत जानकारी देकर करीब 25 करोड़ की धोखाधड़ी की थी।
रायपुर, जेएनएन। छत्तीसगढ़ के शराब कारोबारी सुभाष शर्मा पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बड़ी कार्रवाई की है। ईडी ने बुधवार को उनकी सात करोड़ 85 लाख की संपत्ति सीज की है।
सुभाष के खिलाफ सीबीआइ ने वर्ष 2008 में मनी लांड्रिंग का केस दर्ज किया था। शर्मा पर करोड़ों रुपये के बैंक धोखधड़ी के मामले में ईडी ने कार्रवाई की है। ईडी के आलाधिकारियों ने बताया कि सुभाष ने फर्जी कंपनी बनाकर करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी की। इसमें बैंक को भी चपत लगाई है। अब उनकी रायपुर और दुर्ग की प्रापर्टी को सीज किया गया है। शर्मा की पुराना धमतरी रोड स्थित स्वागत विहार की दो करोड़ 32 लाख की 1.64 हेक्टेयर जमीन, राजेंद्र नगर में दो करोड़ 99 लाख का मकान, शैलेंद्र नगर में दो करोड़ 46 लाख का मकान, उरला दुर्ग में आठ लाख की कीमत के तीन हजार 322 स्क्वायर फीट जमीन को सीज किया गया है।
शर्मा की कंपनी वेदित फेराइट मूवर्स ने सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, एक्सिस बैंक और पंजाब नेशनल बैंक को गलत जानकारी देकर करीब 25 करोड़ की धोखाधड़ी की थी। ईडी की जांच में सामने आया कि शर्मा में बैंक से लोन के लिए गलत दस्तावेज दिए, जिससे बैंक को नुकसान उठाना पड़ा। सुनियोजित तरीके से कंपनी के डायरेक्टरों ने बैंक के साथ धोखाधड़ी की। लोन की राशि को नगद में निकाला गया और उसे सहयोगी कंपनी के खाते में जमा किया गया। इसमें से अधिकांश कंपनी कोई कारोबार नहीं करती थीं। यह सब फर्जी कंपनी थीं, जिसके माध्यम से शर्मा और उनकी कंपनी ने करोड़ों की धोखाधड़ी की।
जीएसटी टीम ने मारा छापा
वहीं, इसके पहले छत्तीसगढ़ में लॉकडाउन की अवधि के दौरान भी कोयले की ढुलाई दिखाकर जीएसटी चोरी करने वाले कोयला कारोबारी के चार जिलों के आठ ठिकानों पर स्टेट जीएसटी की टीम ने छापा मारा है। जीएसटी के आला अधिकारियों ने कोयला परिवहन और विक्रय से संबंधित सारे दस्तावेज जब्त कर लिए हैं। छत्तीसगढ़ के कोयला कोरोबारी समूह इंद्रमणि फर्म पर जीएसटी के छापे के बाद बड़ी टैक्स चोरी की जानकारी सामने आई ।