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कुलपतियों की नियुक्ति में उलझी छत्तीसगढ़ सरकार, राजभवन के पाले में डाली गेंद

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) के नए नियमों के आधार पर विश्वविद्यालय को कुछ बदलाव करना है। कार्यवाहक कुलपति होने के कारण इस पर निर्णय नहीं हो पा रहा है।

By Dhyanendra SinghEdited By: Published: Sun, 09 Feb 2020 07:07 PM (IST)Updated: Sun, 09 Feb 2020 07:08 PM (IST)
कुलपतियों की नियुक्ति में उलझी छत्तीसगढ़ सरकार, राजभवन के पाले में डाली गेंद
कुलपतियों की नियुक्ति में उलझी छत्तीसगढ़ सरकार, राजभवन के पाले में डाली गेंद

मृगेंद्र पांडेय, रायपुर। छत्तीसगढ़ के विश्वविद्यालयों में कुलपतियों की नियुक्ति में सरकार उलझ गई है। सरगुजा विश्वविद्यालय और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विवि (KTU) में कुलपति की नियुक्ति नहीं हो पाई है। पं सुंदरलाल शर्मा मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति की नियुक्ति नहीं होने से निर्वतमान कुलपति डॉ बीजी सिंह ही कार्यवाहक कुलपति के रूप में काम कर रहे हैं। विश्वविद्यालय में कुलपति नहीं होने के कारण शैक्षणिक सत्र प्रभावित हो रहा है। साथ ही नैक की ग्रेडिंग के मानक को पूरा करने में भी दिक्कत आ रही है। उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल का कहना है कि केटीयू के कुलपति का पैनल राजभवन भेज दिया गया है। अब राजभवन को कुलपति के नाम को अंतिम रूप देकर घोषणा करनी है।

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भाजपा सरकार में बिलासपुर विश्वविद्यालय में कुलपति की नियुक्ति के विवाद के बाद अब तक नए कुलपति के लिए प्रक्रिया नहीं हुई। हालांकि पिछली सरकार ने डॉ गौरीदत्त शर्मा को एक्टेंशन दे रखा है। विशेषज्ञों की मानें तो कुलपति की स्थाई नियुक्ति नहीं होने से पॉलिसी स्तर के निर्णय लेने में दिक्कत होती है।

केटीयू में पीएचडी के लिए दिक्कत

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) के नए नियमों के आधार पर विश्वविद्यालय को कुछ बदलाव करना है। कार्यवाहक कुलपति होने के कारण इस पर निर्णय नहीं हो पा रहा है। केटीयू में पीएचडी के लिए भी दिक्कत आ रही है। विश्वविद्यालय का अकादमिक कार्य भी प्रभावित हो रहा है। पंडित सुंदरलाल शर्मा मुक्त विवि के कुलपति बीजी सिंह का कार्यकाल दो फरवरी को समाप्त हो गया। अब सरकार ने उनको नए कुलपति की नियुक्ति तक कार्यवाहक के रूप में तैनात किया है। बस्तर विश्वविद्यालय की स्थिति भी कुछ ऐसी ही थी। वहां कमिश्नर को कुलपति का प्रभार दिया गया था, लेकिन कुछ दिनों पहले ही कुलपति की नियुक्ति की गई है। सरगुजा विश्वविद्यालय में डॉ रोहिणी प्रसाद को जनवरी में हटाने के बाद नए कुलपति की नियुक्ति की प्रक्रिया ही नहीं शुरू हो पाई है।

आदिवासी क्षेत्रों में बनाएंगे मॉडल कालेज

सरकार ने आदिवासी क्षेत्रों में शिक्षा के स्तर को उठाने के लिए मॉडल कालेज खोलने की तैयारी की है। बजट में चार नए मॉडल कालेज कोंडागाव, सुकमा, बीजापुर और दंतेवाड़ा का प्रस्ताव भेजा गया है। उच्च शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों की मानें तो नैक ग्रेडिंग के अलावा अन्य कालेजों को मजबूत करने के लिए भी प्लान तैयार किया गया है। मंत्री उमेश पटेल ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों के कालेजों में इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ शिक्षकों की व्यवस्था की जा रही है।

छत्तीसगढ़ में हैं आठ सरकारी विश्वविद्यालय

छत्तीसगढ़ में आठ सरकारी विश्वविद्यालय हैं। पं रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, दुर्ग विश्वविद्यालय, सरगुजा विश्वविद्यालय, बिलासपुर विश्वविद्यालय, इंदिरा गांधी कला एवं संगीत विश्वविद्यालय, कुशाभाऊ ठाकरे विश्वविद्यालय, पंडित सुंदरलाल शर्मा ओपन विवि और बस्तर विवि है।


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