आखिर इस तरह कोरोना से बेहतर लड़ने वाले टॉप-10 राज्यों में आया छत्तीसगढ़
रायपुर बिलासपुर दुर्ग राजनांदगांव में एक-एक पॉजिटिव मरीज मिले थे अब यहां एक भी मरीज नहीं हैं। केवल कोरबा हॉटस्पॉट बना हुआ है।
नई दिल्ली, एजेंसी। कोरोना महामारी से लडऩे वाले राज्यों में छत्तीसगढ़ टॉप-10 में शामिल है। केंद्र सरकार ने प्रदेश में हो रहे प्रयासों की तारीफ की है। यहां 36 पॉजिटिव केस मिले थे, उनमें से 24 ठीक होकर घर जा चुके हैं। रायपुर एम्स के कामकाज की सार्क देशों के डॉक्टरों ने सराहना करते हुए मदद की अपील भी की है। रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, राजनांदगांव में एक-एक पॉजिटिव मरीज मिले थे, अब यहां एक भी मरीज नहीं हैं। केवल कोरबा हॉटस्पॉट बना हुआ है।
राज्य के 28 जिलों में से 23 ग्रीन जोन में है, यहां एक भी मरीज नहीं मिले हैं। वहीं लॉकडाउन की स्थिति में ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार उपलब्ध करवाने के साथ अन्य सुविधाएं दी जा रही है। दो-दो महीने का राशन भी दिया जा चुका है। राज्य की अच्छी स्थिति को लेकर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव का कहना है कि 27 जनवरी से ही राज्य में कोरोना से निपटने की तैयारी शुरू हो गई थी।
विदेशों से आने वालों को क्वारेंटाइन किया जाने लगा। 1 मार्च के बाद विदेश से 2300 से लोग आए, उनकी पहचान कर, जरूरत के हिसाब से क्वारेंटाइन किया गया। जांच की रफ्तार को लेकर सिंहदेव का कहना है कि 75 हजार नई किट दक्षिण कोरिया से मंगवा रहे हैं।
In Chhattisgarh, a 73 year old who was tested positive for Covid has recovered and is being discharged from the hospital.
I hope that the remaining 11 patients recover soon and are able to return to their loved ones.— TS Singh Deo (@TS_SinghDeo) April 18, 2020
दो महीने का राशन मिल गया
लॉकडाउन के कारण ग्रामीण जनता को परेशान न होना पड़े, इसलिए पंचायत विभाग ने दो-दो महीने का राशन दे दिया गया है। वहीं रोजगार उपलब्ध करवाने के लिए मनरेगा का काम शुरू कर दिया गया है। इसमें भी सोशल डिस्टेंस का पालन किया जा रहा है। बाहरी लोगों के गांव में प्रवेश के लिए सभी जगह बेरिकेड्स लगा दिया गया है। गांव के जो लोग बाहर से आ रहे हैं, उनके बारे में स्वास्थ्य विभाग को जानकारी दे दी जाती है। फिर उन्हें होम क्वारेंटाइन या आइसोलेशन सेंटर भेज दिया जाता है।
गांवों में इस तरह की जागरुकता लाने में पंचायत स्तर के कर्मचारियों और अधिकारियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। घर-घर जाकर लोगों को हाथ धोने के तरीके बताए गए। सोशल डेस्टेंसिग का तरीका और फायदा बताया गया। मास्क के बारे में बताया गया। मास्क नहीं होने पर गमछा मुंह पर बांध रहे हैं। बस्तर में तो साल के पत्ते भी बांधे दिखे।
स्वास्थ्य के साथ रोजगार पर ध्यान
छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य महकमे के साथ पंचायत विभाग ने स्थिति को संभालने का काम किया है। दोनों विभागों मेें समन्वय का काम किया है इनके मंत्री ने। टीएस सिंहदेव रोजाना इन दोनों विभागों के अधिकारियों समेत नोडल अधिकारियों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से स्थिति की समीक्षा करते हैं। एक-एक जिले की स्थिति पर चर्चा करते हैं। जानकारी लेने के साथ जरूरी निर्देश देते हैं। उनका कहना है कि केवल 4 घंटे सोते हैं, बाकी समय प्रदेश को देते हैं।