छत्तीसगढ़: पांच सालों में राज्य में कुपोषण की दर में उल्लेखनीय गिरावट
2012 में शुरु किया गया वजन त्यौहार अभियान अब हर साल आयोजित किया जाता है। इसके तहत राज्य में कुपोषण के दर को मापने के लिए हर बच्चे का वजन रिकॉर्ड किया जाता है।
रायपुर (एएनआई)। छत्तीसगढ़ में पिछले पांच सालों के दौरान औसत कुपोषण दर में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है। आंकड़ों की मानें तो इन पांच सालों के दौरान राज्य में कुपोषण की दर में काफी गिरावट देखी गई है। महिला व बाल विकास विभाग के द्वारा कुपोषण को दूर करने के लिए आयोजित अभियान 'वजन त्यौहार' के तहत संकलित किए गए आंकड़ों से यह पता चला है कि राज्य के 27 जिलों में 0-5 वर्ष के उम्र के बच्चों में औसत कुपोषण दर में गिरावट इस प्रकार दर्ज की गई है। जहां 2011-12 में यह आंकड़ा 40.05 फीसदी था वहीं 2016 में यह आंकड़ा 30.13 फीसदी रहा।
गौरतलब है कि, 2012 में शुरु किया गया वजन त्यौहार अभियान अब हर साल आयोजित किया जाता है। इसके तहत राज्य में कुपोषण के दर को मापने के लिए हर बच्चे का वजन रिकॉर्ड किया जाता है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा, राज्य में कुपोषण को खत्म करने की दिशा में महिला व बाल विकास विभाग ने सराहनीय रणनीति के तहत बेहतर काम किया है। इस अभियान के तहत 50,000 आंगनबाड़ी केंद्रों में पोषक खाद्य पदार्थों का वितरण किया गया।
इसके अलावा कई अन्य योजनाए चलाई गईं। महिला व बाल विकास विभाग के अधिकारियों ने कहा, इस मिशन में कृषि विभाग, स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, स्वच्छ भारत अभियान, खाद्य विभाग, पंचायत और ग्राम विकास विभाग, शहरी कल्याण विकास विभाग ने भी अपना योगदान दिया है। इस दिशा में बच्चों, महिलाओं और टीनेजर बालिकाओं के स्वास्थ्य की तरफ ध्यान दिया जा रहा है।
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