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Chhattisgarh: सीआरपीएफ कैंप में ASI ने खुद की सर्विस रायफल से गोली मारकर की खुदकुशी

एएसआई ने अपनी एके 47 रायफल से खुद को गोली मार ली थी। गोली लगते ही जवान की मौत हो गई।

By Nitin AroraEdited By: Published: Wed, 16 Sep 2020 01:09 PM (IST)Updated: Wed, 16 Sep 2020 01:09 PM (IST)
Chhattisgarh: सीआरपीएफ कैंप में ASI ने खुद की सर्विस रायफल से गोली मारकर की खुदकुशी
Chhattisgarh: सीआरपीएफ कैंप में ASI ने खुद की सर्विस रायफल से गोली मारकर की खुदकुशी

सुकमा, जेएनएन। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित जिला सुकमा के गादीरास स्थित सीआरपीएफ कैंप में एक एएसआई ने खुद को सर्विस रायफल से गोली मारकर खुदकुशी कर ली है। सीआरपीएफ बटालियन के जवान का ऐसा कदम उठाने के पीछे का कारण अभी पता नहीं चल सका है। मृत जवान का नाम एएसआई शिवानंद बताया गया है। वह मूल रूप से कर्नाटक का रहने वाला था। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। मृतक के शव को पंचनामे के लिए भेजा गया है। 

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जवान शिवानंद कर्नाटक के बिदर जिला का रहने वाला था। जानकारी के मुताबिक गादीरास थाना के सीआरपीएफ 2 बटालियन में तैनात एएसआई शिवानंद सुबह सामान्य था। वह रोज की तरह साथियों के साथ खेलने भी गया था। वहां से वापस लौटकर उसने अपनी रायफल से खुद को गोली मार ली। गोली की आवाज सुनकर कैंप में अफरातफरी मच गई। साथी जवानों ने जाकर देखा तो उसकी खून से लतफथ लाश मिली। इसकी सूचना पुलिस को दी गई। मामले की जांच की जा रही है।

बताया गया कि यह घटना बुधवार सुबह करीब आठ बजे हुई। कैंप में जवानों ने अचानक फायरिंग की आवाज सुनी। यह आवाज जवानों के बैरक की तरफ से आई थी। जब बैरक में पहुंचे तो पता चला कि एएसआई ने अपनी एके 47 रायफल से खुद को गोली मार ली थी। गोली लगते ही जवान की मौत हो गई। आत्महत्या का कारण फिलहाल पता नहीं चला है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

हाल ही में छत्तीसगढ़ के घूर नक्सल प्रभावित सुकमा जिले से एक ऐसी तस्वीर सामने आई थी, जिसने पुलिस प्रशासन के होश उड़ा दिए थे। टोही ड्रोन कैमरे द्वारा ली गई इस तस्वीर में सैकड़ों लोग हाथों में कुदाल- फावड़ा लिए नजर आ रहे थे, जो इस इलाके में नक्सलियों के इशारे पर सड़क को काटकर क्षतिग्रस्त करने के लिए निकले थे।

नक्सलियों के रक्षक बने सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण फावड़ा, कुदाल लेकर सुकमा जिले के पालोड़ी कैंप के पास नाला पार करते हुए दिखे थे। एसपी शलभ सिन्हा ने बताया कि पालोड़ी कैंप के आगे यह लोग नक्सलियों के इशारे पर सड़क खोदने निकले थे। मौके पर पहुंचकर फोर्स ने इन्हें ललकारा तो सब वहां भाग खड़े हुए। किस्टारम के आगे पालोड़ी में दो साल पहले फोर्स का कैंप खुला है। इससे पहले यह इलाका नक्सलियों के कब्जे में था। जब से कैंप खुला है नक्सली बेचैन हैं। इसके बाद वे लगातार क्षेत्र में ग्रामीणों के माध्यम से कैंप का विरोध कर रहे हैं। नक्सलियों ने ग्रामीणों को दबाव में लेकर उन्हें सड़क खोदने के लिए भेजा था, लेकिन टोही ड्रोन कैमरे में तस्वीरें आने के बाद मौके पर पुलिस बल के पहुंचते ही सब वहां से फरार हो गए। नक्सलियों को इस बात का भय सता रहा है कि यदि क्षेत्र में सुरक्षा बलों का कैंप होने से उनके प्रभाव से यह क्षेत्र निकल जाएगा। बहरहाल यह तस्वीर सामने आने के बाद अब क्षेत्र में सर्चिंग बढ़ा दी गई है।


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