छत्तीसगढ़: करंट लगने से हाथी की मौत के बाद उसे काटकर दफनाया, तीन आरोपी गिरफ्तार
छत्तीसगढ़ में एक हाथी को काटने और दफनाने के आरोप में तीन ग्रामीणों को गिरफ्तार किया गया है।
रायपुर, एएनआइ। राज्य में एक बेहद ही आमानवीय घटना सामने आई है। यहां एक हाथी को काटने और दफनाने के आरोप में तीन ग्रामीणों को गिरफ्तार किया गया है, जिसे लगभग पांच साल पहले यहां मौत के घाट उतार दिया गया था और हाल ही में उसके दांत बेचने का प्रयास किया गया तब जाकर इस मामले से पर्दाफाश हुआ।
पुलिस ने कहा कि कृषि क्षेत्रों में आवारा पशुओं को रोकने के लिए लगाए गए विद्युतीकृत बाड़ के संपर्क में आने के बाद हाथी की मौत हो गई थी। मामला कुछ महीने पहले फिर से शुरू हो गया जब क्षेत्र के मुखबिरों ने दुगली पुलिस को इस घटना के बारे में बताया और एक दोषी के बारे में संभावित जानकारी जोड़कर कहा कि वह पछेतीर से निकाले गए दांतों को बेचने की कोशिश कर रहा है।
लगभग पांच साल पहले, एक हाथी की मौत एक खेत के चारों ओर लगे तारों से हो रहे विद्युतीकरण के कारण हुई थी। धमतरी के पुलिस अधीक्षक (एसपी) धमतरी बीपी राजभानु ने कहा कि मालिक ने अपने दो बेटों के साथ जानवर को काटकर खेत में गाड़ दिया था। पुलिस अधिकारी ने आगे कहा कि तीनों आरोपी- चैन सिंह और उनके दो बेटों, रंजीत और संजीत से पूछताछ की गई, जिसके बाद उन्होंने अपना अपराध स्वीकार कर लिया।
मामले के सिलसिले में तीन ग्रामीणों को गिरफ्तार किया गया है। उनसे मिली जानकारी के आधार पर हाथी का शव भी बरामद कर लिया गया है। उन्होंने हाथी के दांत निकाले थे और संभवत: इसे बेचने का प्रयास कर रहे थे।
छत्तीसगढ़ में हाथियों की मौत का सिलसिला थम नहीं रहा हैं। जशपुर जिले के तपकरा वन परिक्षेत्र के झिलीबेरना गांव के एक खेत में बिछाए गए बिजली प्रवाहित तार की चपेट में आने से कुछ दिन पहले एक हाथी की मौत हो गई। हाथी के मौत की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे वन अमले ने हाथी के शव का पोस्टमार्टम कर पास ही दफनाया दिया।