दिल्ली में किसानों की मदद के लिए छत्तीसगढ़ से भेजा गया 53 टन चावल
कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों के प्रति सहयोग जताते हुए छत्तीसगढ़ सरकार ने ट्रक में 53 टन चावल से भरा एक ट्रक भेजा है। ये चावल एक रुपया एक पैली धान अभियान के तहत एकत्र किया गया।
रायपुर, एएनआइ। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोमवार को दिल्ली-एनसीआर में कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों के लिए 'एक रुपया, एक पैली धान' अभियान में इकट्ठा किए गए 53 टन चावल की बोरियों से भरे ट्रक को हरी झंडी दिखा रवाना किया।
भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (NSUI) द्वारा दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए छत्तीसगढ़ में 'एक रुपया एक पैली धान' अभियान चलाया गया और इसके लिए कार्यकर्ताओं ने मस्तुरी क्षेत्र के धान केंद्रों में जाकर यहां के किसानों से समर्थन मांगा। सोमवार को मुख्यमंत्री निवास पर 'एक रुपया और एक पैली धान देकर बढ़ाएं किसानों का मान' अभियान का समापन हो गया। इसके बाद प्रदेश मुख्यमंत्री ने हरी झंडी दिखाकर चावल से भरे ट्रक को दिल्ली के लिए रवाना भी कर दिया।
अभियान के लिए छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी एवं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की ओर से अनुमति दी गई थी। छत्तीसगढ़ प्रदेश एनएसयूआई द्वारा प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा के नेतृत्व में 5 जनवरी से अभियान चलाया गया था। इसके तहत जमा हुए 530 क्विंटल 9 किलो (53,009 किलो) धान 66 हजार 500 रुपये को किसानों के लिए भेज दिया गया। मुख्यमंत्री बघेल ने इस मौके पर कहा, 'प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा चलाए गए इस अभियान में एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा के नेतृत्व में पूरे प्रदेश में लगभग 1000 मंडियों में जाकर एक रुपया एवं एक पैली धान एकत्रित किया गया। आज हम दिल्ली के लिए इसे रवाना कर रहे हैं। इससे दिल्ली में संघर्ष कर रहे किसानों को छत्तीसगढ़ के किसानों का भी साथ मिलेगा।'
बता दें कि तीन कृषि कानूनों (New Farm Laws) के विरोध में प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों ने 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मौके पर ट्रैक्टर मार्च निकालने का एलान किया है। वहीं ट्रैक्टर मार्च को लेकर सुप्रीम कोर्ट में चल रही सुनवाई टल गई है। अब 20 जनवरी को मामले पर अगली सुनवाई होगी।