स्वास्थ बीमा के मामले में चेन्नई सबसे आगे, मुंबई सबसे पीछे
चेन्नई में सबसे ज्यादा 56.8 फीसदी लोगों के पास स्वास्थ बीमा है वहीं हैदराबाद में 49.8 फीसदी लोग स्वास्थ बीमा धारक हैं। इससे बाद कोलाकाता में 26.1 फीसदी और मुंबई में 12.4 फीसदी लोगों ने स्वास्थ बीमा लिया हुआ है।
चेन्नई। सरकार द्वारा बड़े स्तर पर चलाई गई सरकारी स्वास्थ बीमा योजना के परिणामस्वरूप देश के किसी भी महानगर के मुकाबले चेन्नई के तीन चौथाई लोग स्वास्थ बीमा के दायरे में आते हैं। राष्ट्रीय स्वास्थ और परिवार सर्वेक्षण के मुताबिक पिछले दस सालों में देश के सभी महानगरों में स्वास्थ बीमा कराने वाले लोगों की संख्या करीब दोगुनी हो गई है।
चेन्नई में सबसे ज्यादा 56.8 फीसदी लोगों के पास स्वास्थ बीमा है वहीं हैदराबाद में 49.8 फीसदी लोग स्वास्थ बीमा धारक हैं। इससे बाद कोलाकाता में 26.1 फीसदी और मुंबई में 12.4 फीसदी लोगों ने स्वास्थ बीमा लिया हुआ है।
तमिलनाडू में साल 2009 के बाद से स्वास्थ बीमा लेने वाले लोगों में काफी वृद्धि हुई दो साल के बाद सरकार ने अपनी आरोग्यश्री की शुरूआत की। राज्य की स्वास्थ बीमा गरीब से गरीब लोगों के लिए भी उपलब्ध है।
तमिलनाडु सरकार यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी के साथ मिलकर उन लोगों को प्राइवेट अस्पतालों में डेढ़ लाख रूपये तक मुफ्त मेडिकल या सर्जिकल इलाज की सुविधा प्रदान करती है जिसकी पारिवारिक आय सालाना 72000 रूपये से कम है।