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दक्षिण रेलवे की पहली आईएमएस सर्टिफाइड ट्रेन बनी चेन्नई मैसूर शताब्दी एक्सप्रेस, जानें इसकी खूबियां

चेन्नई-मैसूर शताब्दी एक्सप्रेस दक्षिण रेलवे की पहली एकीकृत प्रबंधन प्रणाली (Integrated Management Systems IMS) सर्टिफाइड ट्रेन बन गई है। चेन्नई-मैसूर-चेन्नई शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन 11 मई 1994 को शुरू की गई थी। जानें यह ट्रेन किन खूबियों से है लैस...

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Thu, 28 Oct 2021 06:09 PM (IST)Updated: Fri, 29 Oct 2021 01:30 AM (IST)
दक्षिण रेलवे की पहली आईएमएस सर्टिफाइड ट्रेन बनी चेन्नई मैसूर शताब्दी एक्सप्रेस, जानें इसकी खूबियां
चेन्नई - मैसूर शताब्दी एक्सप्रेस दक्षिण रेलवे की पहली एकीकृत प्रबंधन प्रणाली सर्टिफाइड ट्रेन बन गई है।

नई दिल्‍ली, एजेंसियां। चेन्नई-मैसूर शताब्दी एक्सप्रेस दक्षिण रेलवे की पहली आईएमएस (Integrated Management Systems, IMS) सर्टिफाइड ट्रेन बन गई है। समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक इस उपलब्धि के साथ यह भारतीय रेलवे की पहली शताब्दी एक्‍सप्रेस ट्रेन जबकि दूसरी मेल / एक्सप्रेस ट्रेन भी बन गई है। मैसूर-चेन्नई शताब्दी एक्सप्रेस को यह उपलब्धि पर्यावरण के अनुकूल संसाधनों के बेहतर इस्‍तेमाल और विश्वस्तरीय सुविधाओं, यात्रियों की सुरक्षित एवं आरामदायक यात्रा सुनिश्चित कराने की खूबियों के चलते हासिल हुई है।

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रेलवे की ओर से जारी बयान में कहा गया कि मैसूर-चेन्नई शताब्दी एक्सप्रेस भारतीय रेलवे की पहली शताब्दी ट्रेन और दूसरी मेल/एक्सप्रेस ट्रेन है जो आईएमएस प्रमाणित है। यह प्रमाणन एजेंसी द्वारा निर्धारित मानदंडों के अनुपालन के विधिवत सत्यापन के बाद दिया गया है। इस ट्रेन की मुख्य देखभाल और रख रखाव का जिम्मा चेन्नई डिवीजन के बेसिन ब्रिज कोचिंग डिपार्टमेंट के पास है। इस ट्रेन में जो सुविधाएं हैं उसमें डीजल से चलने वाले पावर कार कोच, बायोडाइजेस्टर शौचालय समेत 100 फीसद यात्री सहूलियतें शामिल हैं।

चेन्नई-मैसूर-चेन्नई शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन 11 मई 1994 को सेवा में आई थी। यह ट्रेन सेवा दक्षिण रेलवे में पहली आईएसओ प्रमाणित ट्रेन है। कोरोना काल से पहले चेन्नई-मैसूर के बीच यह गाड़ी ट्रेन संख्या 12007/12008 के साथ चलती थी। पहली जुलाई 2009 को इसमें अत्याधुनिक एलएचबी डिब्बों (inke Hofmann Busch, LHB) को शामिल किया गया था। मौजूदा वक्‍त में इस गाड़ी का संचालन बुधवार को छोड़कर हफ्ते के छह दिन होता है। यह ट्रेन संख्या 06081 और 06082 के रूप में चल रही है। यह एचओजी (Head On Generation system, HOG) सिस्‍टम पर चलती है, जिससे प्रदूषण कम होता है।

इस ट्रेन की खास बात यह भी है कि यह गुणवत्तापूर्ण वातानुकूलन, प्रकाश व्यवस्था एवं अन्य विद्युत सुविधाओं से लैस है। इसमें ऑन बोर्ड हाउस कीपिंग सुविधा है जो पांच चरणों की साफ-सफाई की सहूलियत के साथ उपलब्‍ध है। यह एलईडी लाइट से लैस है, जिससे ऊर्जा की काफी बचत होती है। दिब्‍यांगों के लिए इसमें ब्रेल साइनेज सीट इंडिकेशन नंबर लगे हुए हैं। यह वाई-फाई इंफोटेनमेंट सिस्टम से भी लैस है। ट्रेन के शौचालयों में स्वचालित एयर फ्रेशनर भी लगे हुए हैं। उच्च गुणवत्ता वाली आरामदायक सीटों से लैस यह ट्रेन बेहतरीन यात्रा का अनुभव कराती है।


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