छत्तीसगढ़: प्रधानमंत्री मोदी से प्रेरित हुआ ये परिवार, अब लोगों को फ्री में बांट रहा हाथ से बने बैग
छत्तीसगढ़ में एक परिवार प्लास्टिक के इस्तेमाल पर रोक लगाने के लिए लोगों को फ्री में हाथ से बने बैग दे बांट रहे हैं।
रायपुर, एएनआइ। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए भाषण से एक परिवार बेहद प्रेरित हुए। दरअसल, पीएम मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के भाषण में एकल-उपयोग प्लास्टिक के इस्तेमाल को समाप्त करने का आग्रह किया। छत्तीसगढ़ में रहने वाला बैरागी परिवार घर-घर कपड़े के थैले वितरित कर रहा है वो भी बिना किसी पैसों के। साथ ही वह बाजार में जाकर लोगों को प्लास्टिक का इस्तेमाल ना करने की सलाह भी दे रहा है।
सुरेंद्र बैरागी ने बताया कि मेरी पत्नी पुराने कपड़ों जैसे पर्दे, बिस्तर-चादर, शर्ट आदि का इस्तेमाल कर इन बैगों को बनाती है। हमने इनमें से सैकड़ों बैग लोगों को बांटे हैं। उन्होंने आगे बताया कि प्लास्टिक प्रदूषण का कारण बनता है। यह इंसानों के साथ-साथ गायों जैसे जानवरों के लिए भी हानिकारक है, जो उन्हें खा रहे हैं। उनकी पत्नी आशा ने कहा कि हम इसके लिए अपने प्रधानमंत्री से प्रेरित हैं।
आशा आगे कहती है कि अगर वह (पीएम मोदी) इतने बड़े पैमाने पर सभी की भलाई के लिए सोच सकते हैं तो हमें भी उस लक्ष्य को हासिल करने में योगदान दे सकता है जितना हम से हो सकता है उतना करना चाहिए। जानकारी के लिए बता दें कि प्रधानमंत्री ने अपने स्वतंत्रता दिवस के भाषण में नागरिकों से सुझाव देने के अलावा एकल उपयोग वाले प्लास्टिक के इस्तेमाल को खत्म करने का आग्रह किया था। साथ ही सलाह दी कि दुकानदारों को ग्राहकों को पर्यावरण के अनुकूल बैग उपलब्ध कराने चाहिए।
अपने मासिक कार्यक्रम 'मन की बात' के संबोधन में भी प्रधानमंत्री ने कहा था कि अब समय आ गया है कि नागरिक एकल उपयोग वाले प्लास्टिक पर अंकुश लगाने के लिए हाथ मिलाए और एकजुट होकर इसके इस्तेमाल पर रोक लगाएं।