प्रियंका की राहुल से बड़ी झलकती तस्वीरों से कांग्रेस में फिर बढ़ी हलचल
पार्टी के कई उत्साही नेता और कार्यकर्ता स्थापना दिवस समारोह के दौरान और बाद में प्रियंका को लाने की आवाज भी बुलंद करते दिखाई दिए।
संजय मिश्र, नई दिल्ली। कांग्रेस की राजनीति में राहुल गांधी के साथ प्रियंका के भी पार्टी संगठन में सीधे उतरने को लेकर बीच-बीच में होने वाली गहमागहमी बुधवार को एक बार फिर दिखाई पड़ी। पार्टी स्थापना दिवस के मौके पर कांग्रेस मुख्यालय से लेकर बाहर तक लगी तस्वीरों में प्रियंका इस तरह छायी रहीं कि पार्टी के गलियारे में उनकी सक्रिय भूमिका बढ़ने की चर्चाएं फिर तेज हो गई। प्रियंका को लेकर पार्टी कैडर में बढी इस सरगर्मी के बीच खास बात यह रही कि शायद पहली बार पूर्व प्रधानमंत्री नरसिंह राव की तस्वीर भी कांग्रेस मुख्यालय के बाहर चौराहे पर लगी दिखाई पड़ी।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की अगुवाई में पार्टी के 132वें स्थापना दिवस के मौके पर मुख्यालय के बाहर और आस-पास के दोनों चौराहों पर युवा कांग्रेस तथा एनएसयूआई की ओर से पोस्टर लगाए गए थे। पोस्टरों में सोनिया गांधी और राहुल की तस्वीर बेशक थी मगर दोनों की छोटी तस्वीर के साथ अधिकांश पोस्टरों में प्रियंका की बड़ी तस्वीर दूर से ही खूब झलक रही थी। पार्टी के कई उत्साही नेता और कार्यकर्ता स्थापना दिवस समारोह के दौरान और बाद में प्रियंका को लाने की आवाज भी बुलंद करते दिखाई दिए।
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प्रियंका की पार्टी में सक्रियता की आवाज बुलंद करने वालों में शामिल तेलंगाना कांगे्रस के नेता अंशुमान राव ने कहा कि अध्यक्ष के रुप में राहुल को मजबूती देने के लिए प्रियंका के आने का यही माकूल समय है। ग्रामीण इलाकों में नोटबंदी से दिक्कत है और प्रियंका के आने से कांग्रेस को देश के ग्रामीण गरीबों को जोड़ने में मदद मिलेगी। राव ने यह भी कहा कि प्रियंका में इंदिरा गांधी की तरह स्वाभाविक नेतृत्व की क्षमता है। इसलिए कांग्रेस को 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनौती देने के लिए राहुल की मदद के लिए प्रियंका को तत्काल लाना चाहिए और हर प्रदेश में पार्टी के कार्यकर्ताओं की ऐसी ही राय है।
युवा कांग्रेस और एनएसयूआई की ओर से प्रियंका के लगाए पोस्टरों पर समारोह में पहुंचे तमाम नेताओं की नजरें भी दौड़ रही थीं। मगर दिग्गजों ने मुस्कुराते हुए इस पर अपना मुंह खोलना मुनासिब नहीं समझा। वैसे प्रियंका उत्तरप्रदेश के चुनाव में कांग्रेस की रणनीतिक तैयारियों में पर्दे के पीछे पिछले कुछ महीनों से सक्रिय हैं। उन्होंने कई बार उत्तरप्रदेश के नेताओं के साथ बैठक की। तो पंजाब चुनाव के लिए नवजोत सिंह सिद्धू को कांग्रेस के साथ जोड़ने में भी उनकी भूमिका बताई जाती है।
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गौरतलब है कि पूर्व क्रिकेटर सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर और हॉकी स्टार परगट सिंह से प्रियंका की मुलाकात भी हुई थी। इस लिहाज से पोस्टरों में प्रियंका को लेकर कार्यकर्ताओं के उत्साह से कांग्रेस के सियासी गलियारे में उनके संगठन में आने की चर्चाएं एक बार फिर जरूर गरम हो गई हैं।