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केंद्र सरकार ने बाढ़ प्रभावित असम के लिए 346 करोड़ रुपये की मदद का एलान किया

केंद्र सरकार ने बाढ़ प्रभावित असम के लिए 346 करोड़ रुपये की का एलान किया है। प्रदेश के 26 जिलों में बाढ़ से करीब 56 लाख लोग प्रभावित हो चुके हैं।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Thu, 23 Jul 2020 06:05 AM (IST)Updated: Thu, 23 Jul 2020 06:05 AM (IST)
केंद्र सरकार ने बाढ़ प्रभावित असम के लिए 346 करोड़ रुपये की मदद का एलान किया
केंद्र सरकार ने बाढ़ प्रभावित असम के लिए 346 करोड़ रुपये की मदद का एलान किया

गुवाहाटी, पीटीआइ। केंद्र सरकार ने बुधवार को बाढ़ प्रभावित असम के लिए 346 करोड़ रुपये की का एलान किया है। प्रदेश के 26 जिलों में बाढ़ से करीब 56 लाख लोग प्रभावित हो चुके हैं। दो और लोगों की मौत के साथ राज्य में बाढ़ व भूस्खलन से मरने वालों की संख्या 115 हो गई है। केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल से बाढ़ के मुद्दे पर विस्तार से बातचीत की।

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शेखावत ने सोनोवाल से डिजास्टर रिस्क मैनेजमेंट फंड के तहत और प्रस्ताव भेजने का आग्रह किया, ताकि राज्य के लिए और वित्तीय मदद जारी की जा सके। सोनोवाल ने भूटान से आने वाले बाढ़ के पानी के संबंध में चर्चा की, जिसके कारण हर साल लोअर असम डूब जाता है। असम का गोलपाड़ा जिला बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित है, जहां 4.68 लाख लोग बेघर हो चुके हैं। 120 से ज्यादा पशुओं की मौत हो चुकी है। हालांकि काजीरंगा नेशनल पार्क से 147 पशुओं को बचाया भी गया है।

एनडीआरएफ के महानिदेशक एसएन प्रधान ने एक वीडियो संदेश में कहा कि असम व बिहार में बाढ़ राहत और बचाव के लिए 'मिशन स्तर' पर काम किया जा रहा है, लेकिन यह लंबा चलेगा। बल के कुल 16 दल असम में तैनात हैं। असम में स्थिति बिहार के मुकाबले बेहतर है क्योंकि वहां अब उतनी बारिश नहीं हो रही है। उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में भी वर्षा जनित घटनाओं में पांच लोगों की मौत हुई है।

बिहार भी बाढ़ से जूझ रहा है जहां दस जिलों में 4.5 लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं। हालांकि वहां अभी तक किसी की मौत की खबर नहीं है। बिहार में बाढ़ के चलते 13 हजार से अधिक लोगों को विस्थापन की त्रासदी झेलनी पड़ी है। राज्‍य में कोसी, बूढ़ी गंडक, कमला बलान और लाल बकेया जैसी नदियां कई स्थानों पर खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं। हालांकि अब उनका जल स्तर नीचे आ रहा है या स्थिर है।  


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