घोटाले से जुड़ी जानकारी आइसीएआइ से साझा करेगा पंजाब नेशनल बैंक
चार्टर्ड एकाउंटेंटों की इस संस्था ने इस मामले की प्रक्रियागत खामियों का पता लगाने के लिए एक उच्च स्तरीय समूह गठित किया है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। पंजाब नेशनल बैंक 13000 करोड़ रुपये के घोटाले से जुड़ी समस्त जानकारी इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट के साथ साझा करेगा। सरकार ने पीएनबी से ऐसा करने को कहा है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि बैंकिंग सिस्टम की किन गड़बडि़यों की वजह से यह धोखाधड़ी हो पाई। इंस्टीट्यूट इस घोटाले की प्रक्रियागत मुद्दों को तलाशने पर काम कर रहा है।
चार्टर्ड एकाउंटेंटों की इस संस्था ने इस मामले की प्रक्रियागत खामियों का पता लगाने के लिए एक उच्च स्तरीय समूह गठित किया है। यह समूह बैंकिंग सिस्टम को मजबूत बनाने की दिशा में सरकार को सिफारिशें भी देगा। आइसीएआइ के प्रेसिडेंट नवीन डी गुप्ता ने मंगलवार को संवाददाताओं को बताया कि इस समूह की तीन बैठकें हो चुकी हैं। अभी यह पीएनबी से और जानकारी मिलने की प्रतीक्षा कर रहा है। उन्होंने बताया कि सरकार ने बैंक, सीबीआइ और प्रवर्तन निदेशालय से घोटाले से जुड़ी सारी सूचनाएं इंस्टीट्यूट से साझा करने को कहा है। गौरतलब है कि पीएनबी घोटाले की जांच कई एजेंसियां कर रही हैं। इस घोटाले में पीएनबी की एक शाखा से जारी लेटर ऑफ अंडरटेकिंग को विदेश स्थित बैंक शाखाओं में भुनाया गया।
इंस्टीट्यूट की उच्च स्तरीय समिति के संयोजक एसबी जावरे ने बताया कि उपलब्ध जानकारी के आधार पर समिति कुछ शुरुआती नतीजों पर पहुंची है। ये नतीजे इस बात की ओर संकेत करते हैं कि बैंक की तरफ से कुछ कमियां रहीं जिनकी वजह से यह घोटाला संभव हो सका। लेकिन समिति अपनी सिफारिशों को बैंक से मिलने वाली बाकी जानकारी के आधार पर ही अंतिम रूप देगी।
गुप्ता ने कहा कि घोटाले का पता लगने के बाद इंस्टीट्यूट ने पीएनबी के ऑडिटरों को भी नोटिस भेजा था। उन्होंने कहा कि इंस्टीट्यूट की राय है कि बैंकों में ऑडिटिंग की जिम्मेदारी आंतरिक न होकर बाहरी एजेंसी पर होनी चाहिए।