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क्रॉस बॉर्डर फायरिंग से सबसे ज्यादा परेशान हैं व्यापारी, ट्रकों में सड़ रहा सामान

एलओसी पर तनाव का असर क्रॉस बॉर्डर व्यापार पर पड़ रहा है, दो दिन से व्यापार के लिए गेट नहीं खोला गया।

By Nancy BajpaiEdited By: Published: Wed, 17 Jan 2018 11:09 AM (IST)Updated: Wed, 17 Jan 2018 11:31 AM (IST)
क्रॉस बॉर्डर फायरिंग से सबसे ज्यादा परेशान हैं व्यापारी, ट्रकों में सड़ रहा सामान
क्रॉस बॉर्डर फायरिंग से सबसे ज्यादा परेशान हैं व्यापारी, ट्रकों में सड़ रहा सामान

पुंछ, जम्मू कश्मीर (एएनआइ)। सीमा पर तनाव और युद्ध विराम उल्लंघन का असर क्रॉस बॉर्डर व्यापार को बाधित कर रहा है। जिस कारण व्यापारियों को नुकसान पहुंच रहा है। इस क्षेत्र में भारी गोलाबारी के बाद निरंतर मोर्टार गिराए जा रहे हैं। व्यापारियों का कहना है कि दो दिन तक व्यापार के लिए गेट नहीं खोला गया है। जिस वजह से पर्याप्त भंडारण सुविधा की कमी के कारण ताजा उपज बासी या खराब हो जा रही है।

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सीमा पर तनाव, ट्रकों में सड़ रहा सामान

कमलजीत नाम के एक व्यापारी ने बताया, 'कल और आज दोनों दिन युद्ध विराम के उल्लंघन और मोर्टार गोलाबारी के कारण व्यापार के लिए गेट खोला नहीं गया। इस वजह से ट्रक में जमा हमारा उत्पाद सड़ रहा है। हमें हमारे वाहनों के लिए कोई पार्किंग स्थान भी नहीं दिया गया है। इस सबके कारण हमारी बिक्री बुरी तरह प्रभावित हुई है।' हालांकि, इस अस्थायी व्यापार को रोकने का उद्देश्य नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। व्यापारियों का कहना है कि बिक्री में बाधा आ रही है, जिसके चलते उन्हें आनुपातिक प्रतिपूर्ति उन्हें प्रदान की जानी चाहिए।

एलओसी व्यापार और यात्रा के नोडल अधिकारी तारिक अहमद जगर का कहना है, 'हमारे लोगों की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है। इसके लिए हमने अस्थायी रूप से व्यापार को निलंबित कर दिया है। हमें कल व्यापार के दोबारा बहाल होने की उम्मीद है।'

बता दें कि मंगलवार को कॉस बॉर्डर फायरिंग में सेना द्वारा कम से कम चार पाकिस्तानी सैनिक मारे गए थे। युद्धविराम उल्लंघन के चलते परिवहन अधिकारियों ने पुंछ और रावलकोट के बीच क्रॉस एलओसी बस सेवाओं के निर्धारित समय को निलंबित कर दिया।

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