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Tension on LAC: सीडीएस जनरल बिपिन रावत ने कहा- देश की सेनाएं हर चुनौती के लिए तैयार

सीडीएस जनरल बिपिन रावत ने संसदीय समिति को भरोसा दिलाया कि देश की सेनाएं किसी भी सुरक्षा चुनौती का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Fri, 11 Sep 2020 09:01 PM (IST)Updated: Fri, 11 Sep 2020 09:01 PM (IST)
Tension on LAC: सीडीएस जनरल बिपिन रावत ने कहा- देश की सेनाएं हर चुनौती के लिए तैयार
Tension on LAC: सीडीएस जनरल बिपिन रावत ने कहा- देश की सेनाएं हर चुनौती के लिए तैयार

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। चीन के साथ बातचीत का दौर जारी रहने के बावजूद सीमा पर सैन्य तनातनी की गंभीरता को देखते हुए चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ जनरल बिपिन रावत ने संसदीय समिति को भरोसा दिलाया कि देश की सेनाएं किसी भी सुरक्षा चुनौती का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।

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एलएसी पर चीनी सेना की कार्रवाई को रोकने के लिए भारतीय सैनिक चौकस और सतर्क

एलएसी पर चीनी सेना के यथास्थिति बदलने की किसी भी एकतरफा कार्रवाई को रोकने और उसका जवाब देने के लिए मोर्चे पर भारतीय सैनिक पूरी तरह चौकस और सतर्क हैं। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और एनसीपी प्रमुख शरद पवार जैसे विपक्षी दिग्गजों ने रक्षा मंत्रालय से जुड़ी संसदीय समिति की बैठक में पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर अतिक्रमण की चीनी हरकतों को लेकर जनरल रावत से सवाल पूछे।

राहुल गांधी और पवार ने भारत की सैन्य तैयारियों को लेकर सीडीएस रावत से किए सवाल

चीन के साथ एलएसी पर बीते चार महीने से बने गंभीर हालात को देखते हुए संसदीय समिति की यह बैठक महत्वपूर्ण इसलिए भी थी कि राहुल गांधी और पवार सरीखे विपक्षी नेताओं ने मौजूदा चुनौती के मद्देनजर भारत की सैन्य तैयारियों को लेकर सीडीएस रावत से सवाल किए।

जनरल रावत ने कहा- चीनी सैनिकों के भड़काने वाले कदम के चलते एलएसी पर तनाव

बताया जाता है कि जनरल रावत ने संसदीय समिति के समक्ष पेश होते हुए बताया कि चीनी सैनिकों के भड़काने वाले कदम के चलते एलएसी पर तनाव की स्थिति है। मगर भारतीय सैनिक भी अग्रिम मोर्चो पर पूरे साजो-समान के साथ चीनी सैनिकों को उनकी सैन्य तैयारियों के हिसाब से जवाब देने के लिए डटे हुए हैं। उन्होंने कहा कि एलएसी पर यथास्थिति बदलने के किसी दुस्साहस का जवाब देने के लिए भारतीय सैनिक हाई अलर्ट पर हैं।

रक्षा संबंधी संसदीय समिति की बैठक में राहुल गांधी पहली बार शामिल हुए

17वीं लोकसभा में रक्षा संबंधी संसदीय समिति की बैठक में राहुल गांधी संभवत: पहली बार शामिल हुए। भाजपा नेता जोएल उरांव की अध्यक्षता वाली इस समिति की शुक्रवार को हुई बैठक का एजेंडा सैन्य बलों विशेषकर सीमावर्ती इलाकों में तैनात सैनिकों के राशन सामान और वर्दी की गुणवता की समीक्षा थी।

राहुल गांधी व पवार ने पूर्वी लद्दाख के हालात पर पूछे सवाल

हालांकि राहुल और पवार समेत कुछ सदस्यों ने पूर्वी लद्दाख में एलएसी के हालात को लेकर जनरल रावत से जानकारी मांगी। पवार ने पूर्वी लद्दाख में चीनी चुनौती से पैदा हुए हालात पर संसदीय समिति को प्रेजेंटेशन दिए जाने का मुद्दा उठाया जिसका रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने संज्ञान लेने की बात कही।

राहुल ने कहा- चीन से मार्च की यथास्थिति पर ही हो केवल बात, बाकी बातें बेमानी

वहीं राहुल गांधी ने बैठक के बाद ट्वीट में कहा 'चीन से बातचीत अब केवल मार्च 2020 की यथास्थिति बहाली पर होनी चाहिए। प्रधानमंत्री और भारत सरकार ने चीन को हमारी जमीन से बाहर निकालने की जिम्मेदारी लेने से इनकार कर दिया है। इसके अलावा किसी तरह की बातचीत बेमानी है।' हालांकि राहुल ने इस ट्वीट में संसदीय समिति की बैठक का कोई जिक्र नहीं किया।

राहुल ने अधिकारियों और जवानों के भोजन में अंतर को लेकर उठाए सवाल

समिति की बैठक के दौरान राहुल ने अधिकारियों और जवानों के भोजन में अंतर होने को लेकर सवाल उठाया। इस पर रक्षा मंत्रालय के अफसरों ने सफाई दी कि अधिकांश जवान ग्रामीण पृष्ठभूमि से आते हैं और उनके खान-पान की शैली के हिसाब से भोजन दिया जाता है, लेकिन अफसरों और जवानों को भोजन की पौष्टिकता और गुणवत्ता में कोई अंतर नहीं होता।


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