नारद कांड में जल्द चार्जशीट अथवा पूर्ण जांच रिपोर्ट पेश करेगी सीबीआइ
नारद कांड में राज्य के 13 प्रभावशाली लोगों के खिलाफ सीधे तौर पर रिश्वत लेने के आरोप हैं। इनमें राज्य के मंत्री सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस के नेता से लेकर पुलिस अफसर तक शामिल हैं।
जागरण संवाददाता, कोलकाता। नारद स्टिंग कांड की जांच कर रही सीबीआइ जल्द चार्जशीट अथवा पूर्ण जांच रिपोर्ट पेश कर सकती है। इसमें पश्चिम बंगाल के कई मंत्रियों व तृणमूल नेताओं के नाम शामिल हो सकते हैं। इस मामले में कम से कम 50 लोगों की गवाही दर्ज की जा चुकी है।
गौरतलब है कि नारद कांड में राज्य के 13 प्रभावशाली लोगों के खिलाफ सीधे तौर पर रिश्वत लेने के आरोप हैं। इनमें राज्य के मंत्री, सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस के नेता से लेकर पुलिस अफसर तक शामिल हैं। सीबीआइ के एक अधिकारी ने बताया कि चार्जशीट अथवा पूर्ण जांच रिपोर्ट अदालत में जमा करने के लिए उन्हें मुख्यालय से हरी झंडी मिल चुकी है। फिलहाल कानून संबंधी कुछ पहलुओं पर विचार-विमर्श चल रहा है। सबकुछ ठीक-ठाक रहा तो अगले हफ्ते ही चार्जशीट अथवा अंतिम रिपोर्ट अदालत में पेश कर दी जाएगी।
आरोपितों में सांसद काकुली घोष दस्तीदार, मंत्री शुभेंदु अधिकारी, सांसद सौगत राय, सांसद प्रसून बनर्जी, सांसद अपरूपा पोद्दार, पूर्व मंत्री मदन मित्रा व शोभन चटर्जी, वर्तमान मंत्री सुब्रत मुखर्जी व फिरहाद हकीम समेत अन्य के नाम हैं। तृणमूल छोड़कर भाजपा में शामिल हुए मुकुल राय भी मामले में आरोपित हैं। एक अन्य आरोपित सुलतान अहमद की मौत हो चुकी है, जो तृणमूल के सांसद थे।
नारद न्यूज पोर्टल के सीईओ मैथ्यू सैमुअल ने तीन आईफोन की मदद से यह स्टिंग ऑपरेशन किया था। सीबीआइ ने एप्पल से संपर्क करके उन आइफोन के बारे में विस्तृत जानकारी मांगी है। नारद कांड की प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी अपने स्तर पर जांच कर रहा है। हाल में कोलकाता के पूर्व मेयर शोभन चटर्जी के दो करीबियों से मामले में पूछताछ की गई थी।