EXCLUSIVE: छत्तीसगढ़ सीडी केस में CBI को भाटिया की तलाश, खुल सकते हैं सारे राज
एसआईटी का दावा है कि विजय भाटिया के पकड़े जाने से सीडी कांड से जुड़े हर शख्स का पर्दाफाश होगा।
रायपुर, नई दुनिया। छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित सीडी कांड की जांच कर रही सीबीआई को अब भिलाई के फर्नीचर कारोबारी विजय भाटिया की सरगर्मी से तलाश है। खबर है कि भिलाई, राजनांदगांव में विजय के छिपे होने की आशंका पर सीबीआई वहां लगातार निगरानी कर रही है। एसआईटी का दावा है कि विजय भाटिया के पकड़े जाने से सीडी कांड से जुड़े हर शख्स का पर्दाफाश होगा। इसमें कई चौंकाने वाले नामों का खुलासा हो सकता है जिसे एसआईटी कभी उजागर नहीं कर सकती थी।
दरअसल एसआईटी की जांच में विनोद वर्मा के बाद विजय भाटिया की सीडी कांड में साफ तौर पर संलिप्तता सामने आई है। एसआईटी ने विनोद के साथ विजय भाटिया के खिलाफ सुबूत जुटाने का दावा किया है। आरोप है कि विजय ने दिल्ली से 500 सीडी रायपुर लाकर बंटवाई थी। हालांकि जिस रात को विनोद के गाजियाबाद स्थित घर में छापेमारी में 500 सीडी बरामद की गई थी, उसी दिन सुबह विजय के भिलाई निवास को भी पुलिस ने खंगाला था, लेकिन एक भी सीडी नहीं मिली थी। दिल्ली से जब्त सीसीटीवी कैमरे में सीडी का बंडल ले जाते हुए विजय भाटिया के कई फुटेज मिले हैं।
एसआईटी हुई अलग
पुलिस के जानकार सूत्रों के मुताबिक सीडी कांड की जांच सीबीआई द्वारा अपने हाथ में लेने के बाद अब एसआईटी इस केस से पूरी तरह से अलग हो चुकी है। पंडरी, सिविल लाइन थाने में दर्ज केस की डायरी, जब्त दस्तावेज, जुटाए गए तथ्य, कॉल डिटेल आदि सीबीआई अफसरों को सौंपे जा चुके हैं।
एसआईटी ने जिन बिंदुओं को लेकर केस की जांच की और विनोद वर्मा की गाजियाबाद से गिरफ्तारी की, वह ठोस सुबूत की वजह से ही हो सका। कोर्ट ने भी एसआईटी के पक्ष को मजबूत मानकर विनोद को जमानत नहीं दी है।
नए बिंदु भी जांच में शामिल
रायपुर में सीबीआई टीम को आए चार दिन हो चुके हैं। पहला व दूसरा दिन टीम ने एसआईटी अफसरों के साथ बैठक कर पूरी केस डायरी का अध्ययन किया। जुटाए गए तथ्यों को लेकर चर्चा की। बताया जा रहा है कि जिन बिंदुओं को लेकर एसआईटी ने अब तक जांच की, उससे सीबीआई अफसर पूरी तरह से संतुष्ट हैं और उन्हीं बिंदुओं को लेकर आगे की जांच कर रहे हैं। हालांकि कुछ नए बिंदुओं को भी जांच में शामिल किया है।
10 लोगों की भूमिका
पुलिस सूत्रों ने बताया कि सीडी बनवाने और बंटवाने में दिल्ली और रायपुर के दो पत्रकार, विजय भाटिया, कांग्रेस से जुड़े दो नेताओं, एक महापौर, दो रसूखदार समेत 10 लोगों की भूमिका सामने आई है। दिल्ली से रायपुर लाकर सीडी बांटने वाले इलेक्ट्रॉनिक्स चैनल से जुड़े एक मीडियाकर्मी की संलिप्तता की जमकर चर्चा है। लिहाजा सीडी बंटवाने के मामले में संदेह के घेरे में आए सभी को तलब कर पूछताछ करने की तैयारी है।
सीबीआई ढूंढ़ रही इन सवालों का जबाव
अश्लील सीडी रायपुर में किन-किन लोगों को दी गई? इनमें किसकी क्या भूमिका रही? किसने पैसे दिए? दिल्ली में सीडी कॉपी करने का भुगतान किस नेता के कहने पर विनोद वर्मा ने किया? विजय भाटिया ने 500 सीडी किसे और कहां लाकर दी? पोर्न सीडी से क्लीपिंग निकालकर मंत्री का चेहरा कहां और किस स्थान पर फिट करवाया गया? यह काम किसने और कितने पैसों में किया? इन सब सवालों का जबाव सीबीआई ढूंढ़ रही है।
इनके होंगे बयान दर्ज
सीबीआई आने वाले दिनों में पीडब्ल्यूडी मंत्री राजेश मूणत, भाजपा नेता प्रकाश बजाज, पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल, विनोद वर्मा, भिलाई महापौर देवेंद्र यादव, एसआईटी चीफ और एएसपी क्राइम अजातशत्रु बहादुर सिंह, क्राइम ब्रांच प्रभारी संजय सिंह, उरला थाना प्रभारी सतीश सिंह गहरवार, पंडरी थाना प्रभारी किरीत राम सिन्हा आदि का बयान दर्ज करेगी।
भूपेश बघेल की भूमिका की पड़ताल
सूत्रों के मुताबिक एसआईटी की जांच में पीसीसी चीफ भूपेश बघेल के खिलाफ अभी तक कोई भी ठोस सुबूत नहीं मिला है। दरअसल मंत्री राजेश मूणत की शिकायत पर सिविल लाइन थाने में जिस आईटी एक्ट की धारा के अंतर्गत बघेल को नामजद आरोपी बनाया गया है, कहा जा रहा है कि सीबीआई पीसीसी चीफ भूपेश बघेल को तभी गिरफ्तार करेगी जब ठोस तथ्य सामने आएंगे।
बेटे, पत्नी और गार्ड से पूछताछ
विनोद वर्मा के बेटे, पत्नी और गार्ड से भी सीबीआई टीम पूछताछ कर सकती है। इसके लिए सीबीआई टीम गाजियाबाद जाएगी या दिल्ली टीम से को-ऑर्डिनेट कर बयान लिया जाएगा। विनोद वर्मा ने आरोप लगाया है कि रायपुर पुलिस ने सीडी प्लांट की थी। इन आरोपों की सत्यता का पता अब सीबीआई लगाएगी।
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