बैंक धोखाधड़ी मामले में ग्राउंड हैंडलिंग कंपनी के खिलाफ CBI ने दर्ज की FIR
बैंक पर आरोप है कि कंपनी और उसके निदेशकों ने 2015 से 2017 के बीच SBI के साथ धोखाधड़ी और जालसाजी करने के लिए आपराधिक साजिश रची थी।
नई दिल्ली, प्रेट्र। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के साथ करीब 70 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में CBI ने मुंबई स्थित ग्राउंड हैंडलिंग कंपनी 'लाइववेल एयर टीम प्राइवेट लिमिटेड' (LATPL) के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक (CMD) और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) के खिलाफ मामला दर्ज किया है। उन्होंने कर्ज लेने के लिए बैंक में जाली दस्तावेज दाखिल किए थे और बाद में कर्ज नहीं चुकाया।
अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि FIR में कंपनी के अलावा उसके CMD मानेक डावर और CEO बुर्जिन डावर को भी नामित किया गया है। सीबीआइ का आरोप है कि कंपनी और उसके निदेशकों ने 2015 से 2017 के बीच SBI के साथ धोखाधड़ी और जालसाजी करने के लिए आपराधिक साजिश रची थी।
जांच एजेंसी की वेबसाइट पर दावा किया गया है कि कंपनी का भारत के अलावा ब्रिटेन, यूएई, मलेशिया और सिंगापुर में भी नेटवर्क है। 2010 में दिल्ली एयरपोर्ट के टर्मिनल-3 पर एयरबस ए380 की ग्राउंड हैंडलिंग करने वाली यह पहली कंपनी थी।
SBI से 61 हजार करोड़ का कर्ज
सीबीआइ का आरोप है कि बैंक से कर्ज लेने के लिए कंपनी के निदेशकों ने जाली दस्तावेज और फाइनेंशियल स्टेटमेंट्स पर एक ऑडिटर के फर्जी हस्ताक्षर बनाए थे। इन्हीं के आधार पर उन्होंने SBI से 61 करोड़ रुपये का कर्ज लिया था।
बाद में SBI ने कंपनी का स्टॉक ऑडिट करने के लिए एक ऑडिटर को नियुक्त किया था जिसने कई अनियमितताएं और धोखाधड़ी के मामले पकड़े। कंपनी ने 'संजय झा एंड एसोसिएट्स' को अपना ऑडिटर दर्शाया था और कर्ज लेने के लिए 2015-16 के फाइनेंशियल स्टेटमेंट्स का इस्तेमाल किया था। लेकिन जनवरी, 2017 में उक्त ऑडिटर ने बैंक को सूचित किया कि वे LATPL के ऑडिटर नहीं हैं और न ही उन्होंने फाइनेंशियल स्टेटमेंट्स पर हस्ताक्षर किए थे। इन फाइनेंशियल स्टेटमेंट्स का इस्तेमाल कर्ज के रिन्यूअल और मंजूर रकम से अधिक राशि हासिल करने के लिए किया गया था।
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