व्यापम घोटाले के मास्टर माइंड की तलाश में सीबीआइ
मध्य प्रदेश के व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापम) घोटाले की जांच कर रही सीबीआइ अब मास्टर माइंड की तलाश में है। सौ से अधिक एफआइआर में करीब 3000 आरोपी निशाने पर हैं। पूर्व परीक्षा नियंत्रक योगेश उपरीत सहित अन्य आरोपियों से पूछताछ में अहम सुराग सामने आए हैं।
भोपाल। मध्य प्रदेश के व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापम) घोटाले की जांच कर रही सीबीआइ अब मास्टर माइंड की तलाश में है। सौ से अधिक एफआइआर में करीब 3000 आरोपी निशाने पर हैं। पूर्व परीक्षा नियंत्रक योगेश उपरीत सहित अन्य आरोपियों से पूछताछ में अहम सुराग सामने आए हैं।
घोटाले में शामिल अफसर, कर्मचारी और नेताओं के गठजोड़ व आपराधिक साजिश को समझने के लिए सीबीआइ ने नाट्य रूपांतरण की तैयारी भी की है।
मध्य प्रदेश से बाहर कई राज्यों तक इस घोटाले के तार मिल रहे हैं। दो दिन पहले सीबीआइ ने ग्वालियर जेल में बंद पूर्व परीक्षा नियंत्रक उपरीत से लंबी पूछताछ की, जिसमें ये समझने की कोशिश की गई कि घोटाले को कैसे अंजाम दिया गया। सीबीआइ घोटाले के मुख्य सूत्रधार पूर्व प्रिंसिपल सिस्टम एनालिस्ट नितिन महेंद्रा, पूर्व परीक्षा नियंत्रक पंकज त्रिवेदी, सिस्टम एनालिस्ट रहे अजय सेन, सीके मिश्रा, जगदीश सागर व ओपी शुक्ला सहित अन्य आरोपियों को लेकर सिलसिलेवार कडि़यां जोड़ रही है। सीबीआइ द्वारा एफआइआर दर्ज करने का सिलसिला जारी है। सुप्रीम कोर्ट से मिली मोहलत के मुताबिक अभी सीबीआइ के पास एक पखवाड़े का समय है।
सकलेचा ने दी सुप्रीम कोर्ट जाने की चेतावनी
पूर्व विधायक पारस सकलेचा व्यापम घोटाले से जुड़े अपने चार पत्रों को सीबीआइ द्वारा जांच में न लेने पर सुप्रीम कोर्ट जाएंगे। उन्होंने आरोप लगाया है कि उनके पत्र में की गई शिकायत पर सीबीआइ ने अपना रुख स्पष्ट नहीं किया है। यदि तीन हफ्ते में कार्रवाई नहीं होती है तो वह कोर्ट जाएंगे। हालांकि सीबीआइ कोई भी पत्र रजिस्टर्ड डाक से ही स्वीकार करती है, जबकि सकलेचा ने ये पत्र दिल्ली स्थित सीबीआइ कार्यालय को दिए थे, जो भोपाल तक नहीं पहुंचे हैं।