बेरूत धमाके के बाद सतर्क भारत, कस्टम्स को गोदामों में रखे विस्फोटकों की सुरक्षा जांचने का निर्देश
सीबीआइसी ने ट्वीट में कहा है कि कस्टम्स के सभी गोदामों एवं बंदरगाहों पर रखे गए किसी भी प्रकार के विस्फोटक एवं खतरनाक सामान को 48 घंटे के भीतर चेक करके उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जाए
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। बेरुत में दिल दहला देने वाले विस्फोट को ध्यान में रखते हुए सीमा शुल्क (कस्टम्स) विभाग के सभी गोदामों व बंदरगाहों पर विस्फोटकों एवं खतरनाक सामग्री को चेक करने का निर्देश जारी किया गया है। केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआइसी) की तरफ से ट्वीट के माध्यम से यह जानकारी दी गई।
सीबीआइसी ने ट्वीट में कहा है कि कस्टम्स के सभी गोदामों एवं बंदरगाहों पर रखे गए किसी भी प्रकार के विस्फोटक एवं खतरनाक सामान को 48 घंटे के भीतर चेक करके उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। चेकिंग के दौरान यह देखा जाएगा कि उन विस्फोटकों की सुरक्षा एवं अग्निशमन के सभी मानकों को पूरा किया गया है या नहीं और उनकी वजह से किसी के जीवन या संपत्ति को खतरा तो नहीं है।
बता दें कि लेबनान की राजधानी बेरूत में हुए धमाके से हाहाकार मच गया। पूरी दुनिया की तरफ से धमाके की निंदा की गई और मदद के लिए हाथ आगे बढ़े। धमाके में जर्मनी के दूत की भी मौत हो गई है। वहीं, भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता के मुताबिक, बेरूत धमाके में पांच भारतीय भी घायल हो गए हैं। राहत की बात है कि पांचों को मामूली चोटें आई हैं। बेरूत धमाके में अब तक 150 लोगों से भी ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 5 हजार से अधिक लोग घायल हैं। पूरा बंदरगाह और आस-पास का इलाका तबाह हो गया है।
लेबनानी सेना के बुलडोजर मलबे को हटाने की कोशिश कर रहे हैं। बेरूत के ध्वस्त बंदरगाह के आसपास की सड़कों को फिर से खोलने के लिए मुहिम चलाई गई। लेबनान सरकार ने विनाशकारी विस्फोट की जांच करने का वादा किया है और पोर्ट अधिकारियों को घर में नजरबंद कर दिया है। एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक, बेरूत बंदरगाह के 16 कर्मचारियों को नियम तोड़ने के मामले में गिरफ्तार किया गया है।
बेरूत धमाका मंगलवार को हुआ था। बंदरगाह पर अमोनियम नाइट्रेट रखा था। इसमें ही धमाका हुआ। अमोनियम नाइट्रेट में धमाके का असर कई सौ किलोमीटर तक देखने को मिला।